उत्तरकाशी: कोरोना महामारी के बचने के लिए उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में क्या व्यवस्था है, ये चेक करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम बुधवार को उत्तरकाशी जिला अस्पताल पहुंची. टीम को यहां कई खामियां मिली हैं. इस पर टीम ने अपनी नाराजगी भी जताई.
टीम को सबसे ज्यादा हैरानी इस बात पर हुई कि सीएमओ कार्यालय, जिला अस्पताल और महिला अस्पताल का गेट एक ही है, जो कि कोविड-19 के मानकों के अनुरूप नहीं है. अस्पताल में एंट्री के लिए दो और एग्जिट के लिए एक गेट होना आवश्यक है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने राज्य सर्विलांस अधिकारी डॉ विकास शर्मा के नेतृत्व में जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था. इससे पहले नगुण बैरियर पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था.
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टीम ने कोविड-19 से निपटने के लिए जिला अस्पताल के आइसोलेशन और क्वारंटाइन वॉर्ड सहित ओपीडी और इमरजेंसी वॉर्ड का भी निरीक्षण किया. साथ ही टीम ने अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर सवाल भी खड़े किए. इस दौरान निरीक्षण टीम ने मीडिया से दूरी बनाए रखी.
जानकारी के अनुसार टीम ने बायो मेडिकल वेस्ट का डिस्पोजल न होने पर भी नाराजगी जताई और अस्पताल प्रबधन से इस पर जवाब मांगा. सीएमओ डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि डब्लूएचओ की टीम के सभी सुझावों पर अमल किया जा रहा है, जिससे कि अस्पताल को कोविड-19 को देखते हुए सुरक्षित बनाया जा सके.