उत्तरकाशी: जनपद मुख्यालय के तिलोथ पुल के निर्माण की कार्रवाई मात्र निरीक्षण तक ही सीमित रह गई है. हर साल निरीक्षण के बाद भी आज तक इसके निर्माण की ओर कोई कदम नहीं बढ़ाया गया है. गुरुवार को एक बार फिर गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और डीएम डॉ. आशीष चौहान ने तिलोथ पुल का फिर से निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद विधायक ने कहा कि जल्द ही पुल का टेंडर निकालकर इसका निर्माणकार्य करवाया जाएगा.
बता दें कि तिलोथ पुल का आधा हिस्सा साल 2013 की आपदा में बह गया था. उसके बाद से अब तक इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. आधे बहे पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण किया गया, लेकिन उसके बाद से पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ है. तिलोथ पुल जनपद मुख्यालय के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है. हर दिन सैकड़ों स्कूली बच्चे यहां से आवाजाही करते हैं.
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तिलोथ पुल के निर्माण के लिए दो बार लोक निर्माण विभाग ने टेंडर भी दिये हैं. बावजूद इसके आजतक पुल का निर्माणकार्य शुरू नहीं हो पाया है. विधायक, डीएम और विभागीय अधिकारी बदलते गए लेकिन इस पुल स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया. ऐसे में यह कहना अपवाद नहीं होगा कि निरीक्षण ही इस तिलोथ पुल की नियति बन गई है.