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सालों से अधर में लटका तिलोथ पुल का निर्माण, निरीक्षण और टेंडरों तक सिमटा काम

तिलोथ पुल का आधा हिस्सा साल 2013 की आपदा में बह गया था. उसके बाद से अबतक इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. यहां आधे बहे पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण शुरू किया गया, लेकिन उसके बाद से निर्माण अधर में लटका हुआ है.

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Published : Dec 19, 2019, 5:22 PM IST

Updated : Dec 19, 2019, 5:45 PM IST

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सालों से अधर में लटका तिलोथ पुल का निर्माण

उत्तरकाशी: जनपद मुख्यालय के तिलोथ पुल के निर्माण की कार्रवाई मात्र निरीक्षण तक ही सीमित रह गई है. हर साल निरीक्षण के बाद भी आज तक इसके निर्माण की ओर कोई कदम नहीं बढ़ाया गया है. गुरुवार को एक बार फिर गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और डीएम डॉ. आशीष चौहान ने तिलोथ पुल का फिर से निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद विधायक ने कहा कि जल्द ही पुल का टेंडर निकालकर इसका निर्माणकार्य करवाया जाएगा.

सालों से अधर में लटका तिलोथ पुल का निर्माण.

बता दें कि तिलोथ पुल का आधा हिस्सा साल 2013 की आपदा में बह गया था. उसके बाद से अब तक इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. आधे बहे पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण किया गया, लेकिन उसके बाद से पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ है. तिलोथ पुल जनपद मुख्यालय के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है. हर दिन सैकड़ों स्कूली बच्चे यहां से आवाजाही करते हैं.

पढ़ें-व्यापारी डाल रहे गरीबों के हक पर डाका, SDM और पूर्ति निरीक्षक ने ऐसे किया कालाबाजारी का खुलासा

तिलोथ पुल के निर्माण के लिए दो बार लोक निर्माण विभाग ने टेंडर भी दिये हैं. बावजूद इसके आजतक पुल का निर्माणकार्य शुरू नहीं हो पाया है. विधायक, डीएम और विभागीय अधिकारी बदलते गए लेकिन इस पुल स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया. ऐसे में यह कहना अपवाद नहीं होगा कि निरीक्षण ही इस तिलोथ पुल की नियति बन गई है.

उत्तरकाशी: जनपद मुख्यालय के तिलोथ पुल के निर्माण की कार्रवाई मात्र निरीक्षण तक ही सीमित रह गई है. हर साल निरीक्षण के बाद भी आज तक इसके निर्माण की ओर कोई कदम नहीं बढ़ाया गया है. गुरुवार को एक बार फिर गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और डीएम डॉ. आशीष चौहान ने तिलोथ पुल का फिर से निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद विधायक ने कहा कि जल्द ही पुल का टेंडर निकालकर इसका निर्माणकार्य करवाया जाएगा.

सालों से अधर में लटका तिलोथ पुल का निर्माण.

बता दें कि तिलोथ पुल का आधा हिस्सा साल 2013 की आपदा में बह गया था. उसके बाद से अब तक इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. आधे बहे पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण किया गया, लेकिन उसके बाद से पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ है. तिलोथ पुल जनपद मुख्यालय के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है. हर दिन सैकड़ों स्कूली बच्चे यहां से आवाजाही करते हैं.

पढ़ें-व्यापारी डाल रहे गरीबों के हक पर डाका, SDM और पूर्ति निरीक्षक ने ऐसे किया कालाबाजारी का खुलासा

तिलोथ पुल के निर्माण के लिए दो बार लोक निर्माण विभाग ने टेंडर भी दिये हैं. बावजूद इसके आजतक पुल का निर्माणकार्य शुरू नहीं हो पाया है. विधायक, डीएम और विभागीय अधिकारी बदलते गए लेकिन इस पुल स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया. ऐसे में यह कहना अपवाद नहीं होगा कि निरीक्षण ही इस तिलोथ पुल की नियति बन गई है.

Intro:उत्तरकाशी। जनपद मुख्यालय के तिलोथ पुल का निर्माण की कार्यवाही मात्र निरीक्षण तक ही सीमित रह गई है। इस पुल का हर वर्ष निरीक्षण होता है। लेकिन निरीक्षण के बाद पुल को उसकी हालत पर छोड़ दिया जाता है। गुरुवार को गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और डीएम डॉ आशीष चौहान ने तिलोथ पुल का निरीक्षण किया और विधायक ने कहा कि अब तीसरी बार तिलोथ पुल का टेंडर लगेगा। इससे सवाल यह उठता है कि क्या पुल का निर्माण मात्र टेंडर प्रक्रिया तक ही सीमित रहेगा। Body:वीओ-1, बता दें कि तिलोथ पुल का आधा हिस्सा वर्ष 2013 की आपदा में बह गया था। उसके बाद से अब तक इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। आधे बहे पुल के स्थान पर वैली ब्रिज का निर्माण तो किया गया। लेकिन उसके बाद पुल का निर्माण अधर में लटका हुआ है। जबकि यह पुल जनपद मुख्यालय के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है। वहीं प्रतिदिन इस पुल से सैकड़ो स्कूली बच्चे आवाजाही करते हैं। जहां पर आधा अधूरा पुल हादसों को न्यौता दे रहा है। Conclusion:वीओ-2, तिलोथ पुल के निर्माण के दो बार लोक निर्माण विभाग ने टेंडर भी लगाए।लेकिन उसके बाद भी पुल का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। विधायक और डीएम और विभागीय अधिकारी बदलते गए। लेकिन इस पुल स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। यह कहना अपवाद न होगा कि निरीक्षण तिलोथ पुल की नियति बन गई है। शायद अब प्रशासन और विभाग इस पुल पर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। बाईट- गोपाल रावत,विधायक गंगोत्री। बाईट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
Last Updated : Dec 19, 2019, 5:45 PM IST
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