उत्तरकाशीः यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट के पास बंद होने से प्रसव पीड़ा से कराह रही खरशाली गांव की महिला को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा. गर्भवती महिला को दो किमी पैदल और चार वाहन बदलकर अस्पताल पहुंचाया गया. परिजनों ने गर्भवती महिला को किसी तरह किसाला पहुंचाया. जहां से उसे एंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ केंद्र नौगांव लाया.
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बमुश्किल अस्पताल पहुंचीं गर्भवती महिलाः जानकारी के मुताबिक, खरशाली गांव की कुमारी देवी पत्नी गिरीश लाल (उम्र 21 वर्ष) को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा हुई. ऐसे में परिजनों ने महिला को यूटीलिटी के माध्यम से हनुमान चट्टी पहुंचाया. जहां से उसे एंबुलेंस की मदद से कुनसाला तक लाया गया. जहां से गर्भवती को अन्य वाहन से तिखर्ली गांव तक पहुंचाया गया. उसके बाद वो करीब 2 किमी की पैदल चढ़ाई वाले मार्ग से ओजरी गांव पहुंची.
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चार वाहन बदले, 2 किमी पैदल चली गर्भवती महिलाः जहां से उसे फिर यूटीलिटी वाहन से किसाला तक पहुंचाया गया. उसके बाद उसे 108 के माध्यम से सीएचसी नौगांव पहुंचाया गया. गनीमत रही कि रास्ते में महिला के साथ अनहोनी नहीं हुई. जिसे उसकी जान बच पाई. मामले में एसडीएम जितेंद्र कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर किसाला तक गर्भवती महिला के लिए एबुंलेंस व्यवस्था कर दी गई थी.
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यमुनोत्री हाईवे पर दो दिनों से बंदः बता दें कि यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट के पास लगातार मलबा और पत्थर गिर रहे हैं. जिसके चलते हाईवे 2 दिनों से बंद है. रविवार को भी हाईवे तीन स्थानों पर बंद रहा. हालांकि, खरादी और किसाला के पास हाईवे को दोपहर तक खोल दिया था, लेकिन ओजरी-डाबरकोट में बोल्डर और मलबा आने के कारण हाईवे खोलने में परेशानी हो रही है.
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260 यात्रियों को होटलों में ठहराया गयाः वहीं, हाईवे बंद होने पर बड़कोट और अन्य स्थानों पर फंसे यात्रियों ने गंगोत्री धाम की ओर रूख करना शुरू कर दिया है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि ओजरी डाबरकोट बंद होने के कारण 30 वाहनों, स्यानाचट्टी से जानकीचट्टी तक 260 यात्रियों को सुरक्षित होटलों में रूकवाया गया है.
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#WATCH | Uttarakhand: Yamunotri National Highway in Uttarkashi has been blocked near Kisala Bridge in Barkot due to incessant rainfall.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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आराकोट में जेपीआरआर हाईवे खुलाः उधर, बीती शाम के समय मलबा और बोल्डर आने के कारण उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाली जगाधरी-पांवटा-राजबन-रोहडू (जेपीआरआर) हाईवे आराकोट बाजार के पास बंद हो गया था. जिसे एनएच विभाग ने करीब 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आवाजाही के लिए खोल दिया है.
आराकोट-चिंवा रोड 15 दिनों से बंदः वहीं, दूसरी ओर आराकोट-चिंवा मोटर मार्ग 15 दिन बाद भी नहीं खुल पाया है. जिस पर उत्तरकाशी डीएम अभिषेक रुहेला ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए आराकोट-चिंवा मोटर मार्ग को खोलने के लिए पीएमजीएसवाई के ईई एवं एई को साइट पर रहने के निर्देश दिए हैं. मार्ग बंद होने से लोगों को सेब को मंडियों तक पहुंचाने में परेशानी आ रही है. इसके अलावा खाद्यान्न आदि भी ग्रामीण अपने गांव नहीं पहुंचा पा रहे हैं.
बड़कोट और पुरोला में बादल फटने से हुए नुकसान को लेकर एसडीएम पुरोला को निर्देशित किया कि राजस्व विभाग की पूरी टीम को नुकसान के आकलन के लिए फील्ड में भेजें. डीएम रुहेला ने छाड़ा खड्ड में मलबे को हटाने की कार्रवाई की जानकारी भी ली. पुरोला एसडीएम देवानंद शर्मा ने कहा कि छाड़ाखड्ड में मलबा हटाने का काम किया जा रहा.