उत्तरकाशी: त्रयोदशी के अवसर उत्तरकाशी में पंचकोशी वारुणी यात्रा का आयोजन किया गया. इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी घाट से गंगाजल भरकर वरुणावत पर्वत की तलहटी पर बसे गांव के ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर में जल अर्पित कर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया. तो वहीं, यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों को लेकर स्थानीय निवासियों ने प्रशसान के खिलाफ रोष प्रकट किया.
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ज्ञानजा गांव की ग्राम प्रधान राजकुमारी देवी ने बताया कि यात्रा के लिए प्रशासन से पेयजल, स्वास्थ्य विभाग से मेडिकल की सुविधा और वन विभाग से रास्तों में छतरी की व्यवस्था की मांग की गई थी, लेकिन किसी भी विभाग ने कोई व्यवस्था नहीं की. जिससे यात्रा के दौरान यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
ग्राम प्रधान ने बताया कि जिले की यह सबसे बड़ी पैदल यात्रा है लेकिन प्रशासन इस यात्रा को लेकर लगातार अनदेखा कर रहा है, जिसकी वजह से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है.
बता दें, पंचकोशी वारुणी यात्रा वरुणा नदी में स्नान के साथ शुरू होती है. इस यात्रा के दौरान वरुणावत पर्वत की परिक्रमा की जाती है. जिससे 33 करोड़ देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और इस यात्रा को जो तीन बार लगातार करता है तो उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.