देहरादून: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे विवाद के बीच वहां फंसे भारतीय छात्र अब वापस स्वदेश लौटना चाहते हैं, जिसमें उत्तराखंड के भी कई छात्र शामिल हैं. वहीं यूक्रेन संकट के बीच इन छात्रों के माता-पिता भी चिंतित नजर आ रहे हैं. छात्रों और यूक्रेन में रह रहे व्यवसायियों से मिली जानकारी के अनुसार फ्लाइट की टिकट काफी महंगी हो गई है. हालांकि तीन दिन के लिए भारतीय एंबेसी ने एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट शुरू की है. लेकिन उस फ्लाइट का टिकट काफी महंगा है. एक टिकट करीब 65 हजार रुपए का है. जानकारी के अनुसार अगर रूटीन फ्लाइट में भी अगर छात्र वापस लौटते हैं तो उसमें भी संभवत: 5 से 10 प्रतिशत ही वापस लौट पाएंगे.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के रहने वाले आशीष नौटियाल भी यूक्रेन में फंसे हुए है. नौटियाल टरपोनिल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे है. आशीष नौटियाल ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि यूक्रेन में उत्तराखंड के करीब 400 से 500 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं और उनकी यूनिवर्सिटी में करीब 8 से 10 छात्र उत्तराखंड के है.
पढ़ें- बीजेपी ने 'बहुमत से छेड़छाड़' की तो जनता उन्हें जमीन में गाड़ देगी- हरीश रावत
नौटियाल ने बताया कि हमें भारतीय एंबेसी ने जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने को कहा है. इसलिए वह भी अपने साथियों के साथ कॉलेज के ऑनलाइन होने का इंतजार कर रहे हैं. उसके बाद वह भी कोशिश करेंगे कि जल्द ही किसी फ्लाइट से वापस भारत पहुंच सकें. उन्होंने कहा कि फ्लाइट में एक व्यक्ति की बुकिंग करीब 70 हजार तक है. भारत के अन्य राज्यों के कई छात्र वापस लौटने लगे हैं.
वहीं यूक्रेन में व्यवसाय करने वाले भारतीय व्यापारियों के मुताबिक अभी एयर इंडिया ने जो 22, 24 और 26 फरवरी की जो फ्लाइट चलाई है. उसके बाद जो रूटीन फ्लाइट हैं, उसमें मात्र 2 से 3 हजार तक ही बच्चे वापस लौट पाएंगे. हालांकि अभी उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच सीज फायर पर सहमति बन जाए.