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बारिश के प्रहार से उत्तरकाशी में हाहाकार, यमुनोत्री मार्ग पर लैंडस्लाइड, उफान पर भागीरथी - उत्तराखंड चारधाम

उत्तराखंड में बीती रात से हो रही बारिश के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. प्रदेशभर में तेज बारिश का दौरा जारी है. सबसे ज्यादा मुश्किलें उत्तराखंड चारधाम के यात्रियों को आ रही हैं. यमुनोत्री पैदल मार्ग मलबा आने के चलते कुछ देर तक बंद रहा, जिसके चलते यात्रा रुकी रही.

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Published : Jul 13, 2022, 6:03 PM IST

Updated : Jul 13, 2022, 7:02 PM IST

उत्तरकाशी: मैदान में पानी ही पानी है तो वहीं पहाड़ों पर मलबा दरक रहा है. उत्तराखंड में हर तरफ बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन के मामले सामने आ रहे हैं. यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी नाइन कैंची के पास पहाड़ी से बोल्डर और पेड़ गिर गया था, जिसके कराण काफी देर तक यात्रा बाधित रही. इसके अलावा पौड़ी जिले के कोटद्वार में भी नदी और बरसाती नाले उफान पर हैं.

उत्तरकाशी में बारिश का कहर: उत्तरकाशी में बीते दो दिनों से हो रही बारिश के कारण वहां पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी तीर्थयात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं. यमुनोत्री पैदल मार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर और पेड़ गिर गया था. मामले की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है और मार्ग से पत्थर व पेड़ हटाकर यात्रा को सुचारू किया गया.

बारिश के प्रहार से उत्तरकाशी में हाहाकार
पढ़ें- उत्तरकाशी में पुल पर 'रेंग' रही जिंदगी, बरसात ने खोली सिस्टम की सच्चाई

भागीरथी नदी भी उफान पर: पहाड़ों पर हुई भारी बारिश के बाद उत्तरकाशी में भागीरथी नदी में अपने प्रचंड वेग से बह रही है. जिला प्रशासन ने लोगों से गंगा घाटों पर नदी किनारे सावधानी के साथ पूजा अर्चना और गंगाजल भरने की अपील की है. उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है.

विद्युत उत्पादन भी प्रभावित: वहीं मनेरी भाली प्रथम और द्वितीय जल विद्युत परियोजनाओं में सिल्ट जमा होने से विद्युत उत्पादन भी प्रभावित हुआ है, जिससे जल विद्युत निगम को लाखों का नुकसान हुआ है. बता दें कि उत्तरकाशी जिले में बीती रात से लगातार बारिश हो रही है. जिस कारण नदी-नाले उफान पर हैं और जगह-जगह तबाही की तस्वीरें हर रोज सामने आ रही हैं. वहीं, जनपद में हो रही बारिश के कारण करीब 9 लिंक मार्ग बंद पड़े हुए हैं.
पढ़ें- देहरादून में बरसाती नाले में बही दो बहनें, एक का शव मिला, दूसरी की तलाश जारी

कोटद्वार के निचले इलाकों में भरा पानी: भारी बारिश की वजह से कोटद्वार में बहने वाली नदी नालों ने रौद्र रूप धारण कर रखा है. कोटद्वार के निचले वाले क्षेत्र में जलभराव हो गया है. कोटद्वार की खोह और सुखरौ नदी के अलावा पनियाली गदेरा भी उफान पर है. इस वजह से कोटद्वार के निचले इलाके कौड़ियां देवी नगर, सूर्यानगर और नया गांव जलमग्न हो गया है.

वहीं, सनेह भाबर क्षेत्र में बहेड़ा गदेरा रौद्र रूप में बह रहा है. पानी के तेज बहाव में गदेरे के किनारे बनी गौशाला और शौचालय बह गया. कोटद्वार उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार तहशीलदार विकास अवस्थी ने बहेड़ा गदेरा एवं कौड़ियां जलभराव का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि कौड़ियां में एक ही मकान में जलभराव हुआ है, जिनका किसी भी तरह से नुकसान नहीं हुआ है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कह दिया गया है और अतिक्रमण किये लोगों नोटिस दिए गए हैं.

उत्तरकाशी: मैदान में पानी ही पानी है तो वहीं पहाड़ों पर मलबा दरक रहा है. उत्तराखंड में हर तरफ बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन के मामले सामने आ रहे हैं. यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी नाइन कैंची के पास पहाड़ी से बोल्डर और पेड़ गिर गया था, जिसके कराण काफी देर तक यात्रा बाधित रही. इसके अलावा पौड़ी जिले के कोटद्वार में भी नदी और बरसाती नाले उफान पर हैं.

उत्तरकाशी में बारिश का कहर: उत्तरकाशी में बीते दो दिनों से हो रही बारिश के कारण वहां पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी तीर्थयात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं. यमुनोत्री पैदल मार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर और पेड़ गिर गया था. मामले की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है और मार्ग से पत्थर व पेड़ हटाकर यात्रा को सुचारू किया गया.

बारिश के प्रहार से उत्तरकाशी में हाहाकार
पढ़ें- उत्तरकाशी में पुल पर 'रेंग' रही जिंदगी, बरसात ने खोली सिस्टम की सच्चाई

भागीरथी नदी भी उफान पर: पहाड़ों पर हुई भारी बारिश के बाद उत्तरकाशी में भागीरथी नदी में अपने प्रचंड वेग से बह रही है. जिला प्रशासन ने लोगों से गंगा घाटों पर नदी किनारे सावधानी के साथ पूजा अर्चना और गंगाजल भरने की अपील की है. उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है.

विद्युत उत्पादन भी प्रभावित: वहीं मनेरी भाली प्रथम और द्वितीय जल विद्युत परियोजनाओं में सिल्ट जमा होने से विद्युत उत्पादन भी प्रभावित हुआ है, जिससे जल विद्युत निगम को लाखों का नुकसान हुआ है. बता दें कि उत्तरकाशी जिले में बीती रात से लगातार बारिश हो रही है. जिस कारण नदी-नाले उफान पर हैं और जगह-जगह तबाही की तस्वीरें हर रोज सामने आ रही हैं. वहीं, जनपद में हो रही बारिश के कारण करीब 9 लिंक मार्ग बंद पड़े हुए हैं.
पढ़ें- देहरादून में बरसाती नाले में बही दो बहनें, एक का शव मिला, दूसरी की तलाश जारी

कोटद्वार के निचले इलाकों में भरा पानी: भारी बारिश की वजह से कोटद्वार में बहने वाली नदी नालों ने रौद्र रूप धारण कर रखा है. कोटद्वार के निचले वाले क्षेत्र में जलभराव हो गया है. कोटद्वार की खोह और सुखरौ नदी के अलावा पनियाली गदेरा भी उफान पर है. इस वजह से कोटद्वार के निचले इलाके कौड़ियां देवी नगर, सूर्यानगर और नया गांव जलमग्न हो गया है.

वहीं, सनेह भाबर क्षेत्र में बहेड़ा गदेरा रौद्र रूप में बह रहा है. पानी के तेज बहाव में गदेरे के किनारे बनी गौशाला और शौचालय बह गया. कोटद्वार उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार तहशीलदार विकास अवस्थी ने बहेड़ा गदेरा एवं कौड़ियां जलभराव का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि कौड़ियां में एक ही मकान में जलभराव हुआ है, जिनका किसी भी तरह से नुकसान नहीं हुआ है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कह दिया गया है और अतिक्रमण किये लोगों नोटिस दिए गए हैं.

Last Updated : Jul 13, 2022, 7:02 PM IST
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