उत्तरकाशी: कोरोना की दूसरी लहर ने पहाड़ों पर भी रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है. सबसे ज्यादा अभाव ऑक्सीजन बेडों का है. ऐसे में कई सामाजिक संगठन आगे आए हैं और स्वास्थ्य विभाग की इस समस्या को दूर कर रहे हैं. उत्तरकाशी जिले के दूरस्थ इलाके मोरी के पीएचसी में एक संस्था ने 5 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध करवाए हैं. ताकि यहां के लोगों को इलाज के लिए कहीं बाहर न जाना पड़े.
मोरी जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से करीब 200 किमी दूर है. इस क्षेत्र के लोग गंभीर बीमारी में रोगी को देहरादून या उत्तरकाशी लेकर जाते हैं. कोरोना काल में स्थिति कुछ ऐसी है कि पहाड़ों में जिस तरह से कोरोना फैल रहा है, उसने स्वास्थ्य विभाग के साथ आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इस समस्या को देखते हुए क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही सामाजिक संस्था कलाप ट्रस्ट ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी को 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ बेड उपलब्ध करवाए हैं.
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पीएचसी मोरी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितेश रावत ने बताया कि कलाप ट्रस्ट की ओर से 5 ऑक्सीजन बेड का सेटअप तैयार कर अस्पताल को दिया गया है. साथ ही अन्य मेडिकल दवाइयां भी उपलब्ध करवाई गई हैं. इस व्यवस्था से अब मोरी में ही कोविड मरीजों को इलाज मिल सकेगा.
कलाप ट्रस्ट के संस्थापक आनंद शंकर ने कहा कि इन व्यवस्थाओं के अलावा जो भी अस्पताल प्रबंधन को मदद चाहिए होगी, वह हम देंगे. साथ ही ऑक्सीजन के लिए बैकअप की सुविधा भी अस्पताल को उपलब्ध करवाई गई है.