खटीमा: वन विभाग खटीमा की सुरई रेंज के खकरा नाले में बहुत जल्द ही 2 किलोमीटर क्षेत्र में क्रोकोडाइल सफारी बनाये जाने का काम शुरू होने जा रहा है. क्रोकोडाइल सफारी के फर्स्ट फेज में वन विभाग काफी तेजी से काम कर रहा है. डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और डब्ल्यूडब्ल्यूआई ने खटीमा स्थित ककराह नाले के मगरमच्छों पर अध्ययन के बाद इंटीग्रेटेड डेवलेपमेंट ऑफ वाइल्ड लाइफ हेबीटेट योजना के तहत भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था.
भारत सरकार ने प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति भी दे दी है, अब राज्य से स्वीकृति मिलने का इंतजार है. सुरई रेंज वन्य जीवों से भरा है, इसलिए वन विभाग इसे पर्यटन हब बनाने की तैयारियों में जुट गया है.
2 किमी में बनेगा क्रोकोडाइल सफारी
डीएफओ तराई पूर्वी वन प्रभाग संदीप कुमार ने सुरई रेंज के खकरा का निरीक्षण किया. डीएफओ ने बताया कि सुरई वन रेंज के बीच बहने वाले खकरा नाले में यूपी सीमा के पास 2 किलोमीटर की रेंज में 150 से ज्यादा क्रोकोडाइल रहते हैं. जिनका प्राकृतिक वास बनाने के लिए गंभीरता से काम चल रहा है. केंद्र सरकार से क्रोकोडाइल सफारी के लिए अनुमति मिलने के साथ ही ड्रीम प्रोजेक्ट जल्द ही धरातल पर उतरने वाला है.
क्रोकोडाइल दिखाने के लिए चलेगी इलेक्ट्रिक कार
डीएफओ ने बताया कि खकरा नाले के दोनों तरफ पर्यटकों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग की जाएगी. 2 किलोमीटर के क्षेत्र में विकसित होने वाले क्रोकोडाइल सफारी क्षेत्र में पर्यटकों के लिए खकरा के किनारे इलेक्ट्रिक कार भी दौड़ेगी, जो पर्यटकों को एक जगह से दूसरी जगह तक इन क्रोकोडाइल को दिखाते हुए ले जाएगी. इससे पर्यटकों को जंगल मे क्रोकोडाइल सफारी में घूमने का अवसर मिलेगा वहीं राजस्व की भी प्राप्ति होगी.
ये भी पढ़ेंः DGP से मिले गढ़वाल विवि के छात्रसंघ उपाध्यक्ष, शहर की समस्याओं पर चर्चा
क्रोकोडाइल सफारी क्षेत्र में ठंड के मौसम में धूप खिलने पर सुबह से ही सैकड़ों मगरमच्छ इस खकरा नाले के किनारे आकर बैठ जाते हैं, जिसे साफ तौर पर देखा जा सकता है. पर्यटकों की सुरक्षा के लिए भी ठोस कार्य योजना बनाई जा रही है. पर्यावरण को नुकसान न हो उसके लिए पर्यटकों के लिए इलेक्ट्रिक कार दौड़ेंगी.