देहरादून: बुजुर्ग व्यक्ति के अपहरण और हत्या की साजिश का देहरादून पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को सहरानपुर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर दिया है. इस हत्याकांड में कुल चार लोग शामिल थे. हत्या की मास्टर माइंड महिला है, जिसने अपने पति के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. महिला का पति देहरादून में एमबीबीएस का छात्र है.
हत्या के बाद दंपति फरार: पुलिस ने मुताबिक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या की थी. हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने मृतक की मोटर साइकिल को देहरादून बस अड्डे के पास खड़ी की थी. साथ ही बुजुर्ग की लाश देवबंद ले जाकर नहर में फेंक दी थी. हत्यारोपी दंपति की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है.
दो फरवरी को घर से निकले थे श्याम लाल: बता दें बीती सात फरवरी को निधि राठौर निवासी पीठावाला चंद्रमणी पटेलनगर ने शिकायत दर्ज कराई थी. निधि राठौर ने बताया कि उसके पिता श्याम लाल गुरुजी अपनी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल से बिना बताए घर से कहीं निकल गये थे, लेकिन वापस नहीं है. परिजनों ने श्याम लाल को काफी ढूंढा, लेकिन उनकी कोई खबर नहीं लगी.
गीता पर अटकी पुलिस के शक की सुई: पुलिस ने भी श्याम लाल की गुमशुदगी को गंभीरता से लिया और कोतवाली पटेल नगर में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया. पुलिस जांच में सामने आया कि घर से निकलने से पहले श्याम लाल ने किसी गीता नाम की महिला से फोन पर बात की थी और दोनों के बीच उस समय करीब तीन से चार बार बात हुई थी.
सीसीटीवी से मिले अहम सुराग: इसके अलावा पुलिस को श्यामलाल, गीता और गीता के पति की लोकेशन भी एक ही स्थान पर होने की जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस ने श्याम लाल के घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. सीसीटीवी फुटेज में श्याम लाल बाइक पर किशन नगर चौक होते हुए गीता के घर के पास तक गए, लेकिन वापस नहीं आए. पुलिस को श्याम लाल के वापस आने की कोई फुटेज नहीं मिली.
पुलिस को दो और संदिग्ध नंबर मिले: पुलिस ने गीता और उसके पति की जानकारी निकाली तो पता चला कि दोनों घर से गायब है और उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है. पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो कई और संदिग्ध नंबर भी सामने आए. श्याम लाल के लापता होने के बाद इन दोनों नंबरों से गीता से बात की गई थी.
गीता के भाई ने बताया सच: पुलिस ने गीता के मायके देवबंद जिला सहारनपुर में दबिश दी तो वहां उसका भाई अजय कुमार मिली, जिससे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ ने अजय कुमार ने बताया कि उसकी बहन गीता और जीजा हिमांशु चौधरी ने श्याम लाल की हत्या की है. श्याम लाल का शव ठिकाने लगाने के लिए उन्होंने धनराज चावला नाम के व्यक्ति की मदद ली थी. पुलिस ने धनराज चावला को भी गिरफ्तार किया.
जानिए कैसे दिया वारदात को अंजाम: पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने उन्हें बताया कि दो फरवरी को गीता ने उनसे संपर्क किया. गीता ने दोनों से कहा था कि उसने अपने पति के साथ मिलकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी है और दोनों शव ठिकाने लगाने के लिए देहरादून बुलाया था.
पुलिस को गुमराह करने का किया प्रयास: पुलिस के अनुसार तीन फरवरी को अजय और चार फरवरी को धनराज अपनी कार लेकर देहरादून आए. इसके बाद उन्होंने श्यामलाल के शव को प्लास्टिक के सफेद कट्टे में रस्सीयो से बाध कर कार की डिग्गी में डाला और घरेलू सामान के साथ रखकर उसे देवबंद ले गए. इसके अलावा श्याम लाल की बाइक देहरादून आईएसबीटी के आगे रोड से लगे खाली प्लाट में खड़ी कर दी. साथ ही बाइक की नम्बर प्लेट को निकालकर कबाड़ में फेंक दिया. ताकि पुलिस गुमराह हो सके.
शव को देवबंद में लगाया ठिकाने: आरोपियों ने साखन की नहर श्याम लाल के शव को फेंक दिया. श्याम लाल की जैकेट, जूते, मोबाइल और अन्य समान को एक काली पन्नी के अंदर रखकर उसी नहर में फेक दिया था. गीता का पति हिमांशु देहरादून में एमबीबीएस का छात्र है. गीता और उसका पति हिमांशु फरार है. बताया जा रहा है कि गीता ने शायम लाल से लाखों रुपए उधार लिए थे, जिसकी लेकर उनके बीच कहासुनी हुई थी. तभी उसने शायम लाल को मार दिया.
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