रुद्रपुर: उत्तराखंड में कोरोना बड़ी तेजी के साथ फैल रहा है. बावजूद इसके कुछ अधिकारी अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे है. बुधवार को अधिकारियों की ये लापरवाही उधमसिंह नगर जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने खुद पकड़ी. जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने बुधवार को यूपी बॉर्डर से लगते हुए तमाम इलाकों और चेकिंग प्वाइंट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें कई प्वाइंट पर अधिकारी और कर्मचारी नदारत मिले.
कई प्रदेशों में कोरोना को लेकर बरती जा रही सख्ती के बाद लॉकडाउन के डर से प्रवासियों घर लौटे रहे है. ऐसे में यूपी से लगे जिलों में जिला प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. यूपी से लगी हुई जिले की सीमा पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया गया है कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का टेस्ट किया जा सके. लेकिन बुधवार को जब जिलाधिकारी रंजना राजगुरु रामपुर बॉर्डर पहुंची तो देखा कि स्वास्थ्य विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं था. जिससे उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.
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जिलाधिकारी ने सीएमओ की जमकर क्लास लगाई. साथ ही उन्होंने कहा कि ये विभाग की तरफ से घोर लापरवाही है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने सीएमओ को कहा है कि जिस किसी की भी ड्यूटी बॉर्डर थी, वो कर्मचारी और अधिकारी यहां मौजूद नहीं है. इसीलिए उनका वेतन काटा जाए. साथ ही उनके स्पष्टीकरण भी लिया जाए. अगर इस तरह की लापरवाही आगे सामने आती है तो वह टीम को जेल भिजवा देंगी.
बॉर्डर पर पुलिसकर्मी में पर्याप्त संख्या में नहीं थे. इसको लेकर पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए. ताकि सभी वाहनों की चेकिंग की जा सके. लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी.