रुद्रपुर: पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में इंसानियत को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. यहाँ पर क्वारंटाइन सेंटर में तैनात पंतनगर विवि के कर्मचारी को गर्भवती पत्नी की देखभाल के लिए छुट्टी ही नहीं दी गयी. जिससे मंगलवार देर शाम रुद्रपुर के निजी अस्पताल में गर्भ में ही जुड़वां बच्चों ने दम तोड़ दिया. पीड़ित व्यक्ति ने अधिकारियों पर जानबूझ कर छुट्टी न देने का आरोप लगाया है. पीड़ित जुलाई से अब तक तीन बार पत्नी का स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते हुए छुट्टी के लिए नोडल ऑफिस में प्रार्थना पत्र दे चुका था.
दरअसल पंतनगर विवि को जिला प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. इसमें विवि के कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है. दो माह पहले सीबीएसएच कॉलेज में प्रधान सहायक पद पर तैनात अनुराग शर्मा की ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटर में लगा दी गयी थी. घर में गर्भवती पत्नी की देखभाल के लिए कोई भी मौजूद नहीं था. पिछले बीस दिन से उनकी पत्नी को तकलीफ होने लगी थी. इसको लेकर अनुराग द्वारा नोडल दफ्तर में छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया गया था. देर शाम तकलीफ बढ़ने के बाद अनुराग द्वारा पत्नी को रुद्रपुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते गर्भ में ही पल रहे दोनों बच्चों की मौत हो गयी. जैसे ही खबर सहकर्मियों को लगी तो उन्होंने वीसी के आवास का घेराव किया. हालांकि बाद में सहकर्मचारियों को समझा बुझा कर भेज दिया गया.
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वहीं, अनुराग ने आरोप लगाया कि नोडल ऑफिसर द्वारा उन्हें जानबूझ कर छुट्टी नहीं दी गई है. उनके द्वारा जुलाई माह में दो बार जबकि एक सप्ताह पहले भी छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था. लेकिन एक कर्मचारी की पीड़ा को कोई अधिकारी समझना ही नहीं चाहता है.