रुद्रपुर: बैंक में फर्जी दस्तावेज बना कर मृतक महिला और एनआरआई बेटे के नाम पर लाखों का लोन लेने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को उधमसिंह नगर जिले की दिनेशपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हालांकि इस मामले में अभी एक महिला फरार चल रही है, जिसकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है.
उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ये गिरोह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक से लाखों रुपए का ऋण ले चुका हैं. पुलिक के मुताबिक बैंक ऑफ बड़ौदा खानपुर की प्रबंधक मीना पाल ने थाने में एक तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि दिसंबर 2021 में राजपाल सिंह उर्फ राजू थाना केलाखेड़ा, गुरदेव कौर, अनूप सिंह निवासी गली नबंर चार फेस 2 सिंह कॉलोनी रुद्रपुर के साथ ग्राम गोविंदपुर गुलरभोज में कृषि भूमि पर ऋण लेने के लिए आवेदन किया था.
पढ़ें- ITBP के असिस्टेंट कमांडेंट टीकम सिंह नेगी चीन बॉर्डर पर शहीद, कल देहरादून में होगा अंतिम संस्कार
सत्यापन के दौरान अनूप सिंह एवं राजपाल सिंह नाम के व्यक्ति मिले. सत्यापन के बाद अनूप व गुरदेव कौर के नाम पर बैंक शाखा ने 16-16 लाख रुपए के दो ऋण स्वीकृत कर दिए गए. साल के आखिर में खाते के नवीनीकरण के लिए संपर्क करने पर व स्थानीय लोगों से जानकारी करने पर पता चला कि अनूप सिंह लंबे समय से कनाडा में रहता है और उनकी मां गुरदेव कौर की साल 2019 में मौत हो चूकी है. तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की तो पुलिस टीम को अहम सुराग हाथ लगे. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर देर रात जाफरपुर तिराहे से आगे धौलपुर पावर हाउस के पास से राजपाल उर्फ राजू निवासी केलाखेड़ा, प्रेम सिंह निवासी गढ़ी नेगी और हरजिंदर निवासी रामनगर को गिरफ्तार किया गया.
पढ़ें- फर्जी CBI अधिकारी बनकर वसीम ने हरिद्वार की युवती से की सगाई, भाई के शक ने बचा ली जिंदगी
आरोपी राजपाल उर्फ राजू ने बताया कि पूर्व में वह चोरी करता था, उसके बाद उसने कई लोगों से धोखाधड़ी भी की. बाद में उसने गिरोह के साथ मिल कर बैंकों के साथ धोखाधड़ी करनी शुरू की. इसके लिए उन्होंने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और विदेश में रहने वाले अनूप सिंह और उसकी मृतक मां गुरुदेव कोर के नाम पर बीओबी से कृषि ऋण लिया था. जिसमे आरोपी हरजिंदर सिंह को अनूप सिंह, प्रेम सिंह को गारेंटर कुलवीर और हरजिंदर की महिला रिश्तेदार को गुरदेव कोर बना कर बैंक में पेश किया गया और बैंक के समक्ष फर्जी दस्तावेज तैयार कर 32 लाख रुपए का ऋण ले कर आपस में बांट लिया. मामले में पुलिस आरोपी महिला की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.