खटीमा: प्रदेश में पिछले साल हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच अभी जारी है. इसी कड़ी में एसआईटी ने सितारगंज से संजय सिंह नाम के बिचौलिये को गिरफ्तार किया है. ये छात्रवृत्ति घोटाला उत्तराखंड सहित दूसरे राज्यों के कई इंस्टीट्यूट द्वारा किया गया था.
गौर हो कि छात्रवृत्ति घोटाले में बाहरी राज्यों के कॉलेजों में छात्रों का प्रवेश दिखाकर लाखों की छात्रवृत्ति हड़पने का मामला सामने आया था. 5 नवंबर को सितारगंज कोतवाली में छात्रवृत्ति घोटाले की तहरीर दर्ज की गई थी, जो कि जांच कर रहे एसआईटी के सदस्य एनएन पंत द्वारा एसपी रुद्रपुर देवेंद्र पिंचा के निर्देश पर दर्ज कराई गई थी. एसआईटी ने गैर राज्यों में स्थित शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत रहकर समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति लेने वाले करीब 78 में से 41 छात्रों का सत्यापन किया, जिसमें पता चला कि एससी, एसटी और ओबीसी के दशमोत्तर की छात्रवृत्ति में अनियमितता बरती गई थी.
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बताया जा रहा है कि समाज कल्याण विभाग से आवंटित छात्रवृत्ति में 12 लाख 42 हजार तीन सौ रुपए की छात्रवृत्ति मुरादाबाद पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रबंधक, अधिकारी और कर्मचारियों ने बिचौलियों से साठ-गांठ कर छात्रों के फर्जी प्रवेश फार्म और छात्रवृत्ति आवेदन फॉर्म भरकर संस्थान में प्रवेश दिलाने के नाम पर हड़प ली. वहीं, एसआईटी ने अन्य छात्रों को भी गलत तरीके से छात्रवृत्ति आवंटित करने की आशंका जाहिर की थी.
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इस पर पुलिस ने संस्थान के स्वामी, प्रबंधक, अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना की रिपोर्ट एसएसआई बिष्ट को सौंपी थी. एसआईटी टीम के सदस्य एनएन पंत और एसएसआई बिष्ट ने संजय सिंह नाम के एक बिचौलिये को सितारगंज से धर दबोचा, जिसके बाद उसे न्यायालय में पेश किया जाना है.