काशीपुरः शहर के घनी आबादी के क्षेत्र में खाली पड़े प्लॉट पर मंगलवार की सुबह सेही के आ जाने से कॉलोनीवासियों में दहशत फैल गई. सेही की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए. आनन-फानन में वन विभाग को सूचना दी गई. जिस पर वन विभाग के 2 कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा सेही को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. इसी बीच कर्मचारी जाल और कर्मियों को लाने की बात कहकर वहां से चले गए जो देर शाम तक नहीं लौटे.
बाद में लोगों ने जिलाधिकारी डॉक्टर नीरज खैरवाल के संज्ञान में यह मामला डाला जिसके बाद डीएम ने वन विभाग के डीएफओ को सूचना दी. डीएफओ के आदेश पर वन कर्मी देर शाम मौके पर पहुंचे तथा कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सेही का रेस्क्यू कर लिया गया जिसके बाद कॉलोनीवासियों ने राहत की सांस ली.
दरअसल काशीपुर में मानपुर रोड पर रेनबो स्टेट कॉलोनी स्थित है जहां मंगलवार की सुबह चौकीदार जगतपाल द्वारा सुमित अग्रवाल के खाली पड़े प्लॉट में सेही को बैठा देखा गया, जिसके बाद चौकीदार ने कॉलोनीवासियों को इसकी सूचना दी.
कॉलोनी के लोगों ने वन विभाग को तुरंत इसकी सूचना दी. दो वन बीट अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा सेही को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन सेही उनके हाथ न आ सकी जिसके बाद उक्त वन कर्मचारी मौके से चले गए और वापस नहीं लौटे.
जब काफी देर तक के कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे तो कॉलोनीवासियों ने जिलाधिकारी डॉक्टर नीरज खैरवाल को इससे अवगत कराते हुए कर्मचारियों की शिकायत की. जिस पर जिलाधिकारी द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद रात्रि 8:30 बजे वन विभाग के चार कर्मचारी मौके पर पहुंचे, जिसमें एक महिला 1 कर्मचारी भी शामिल थी.
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दो घंटे तक सेही वन विभाग के कर्मचारियों को गच्चा देती रही और उनके हाथ न आ सकी. जिसके बाद स्थानीय लोग उनकी मदद के लिए उक्त प्लाट में दाखिल हुए और 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार सेही को रेस्क्यू कर लिया गया जिसके बाद कॉलोनी वासियों ने राहत की सांस ली.
मौके पर पहुंचे वन बीट अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि भैया दूज का अवकाश होने की वजह से स्टाफ की कमी थी, जिस वजह से उन्हें आने में देरी हुई. उच्चाधिकारियों के निर्देश पर वह टीम और जाल आदि संसाधनों के साथ मौके पर पहुंचे.