काशीपुर: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. देशभर के अलग-अलग हिस्सों में हर कोई अपने-तरीके से इस बिल का विरोध कर रहा हैं. इसी के तहत मंगलवार को काशीपुर में दलित मुस्लिम एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम से मुलाकात की. इस दौरान दलित मुस्लिम एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेज कर अपना विरोध दर्ज करवाया.
दलित मुस्लिम एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि कैब भारतीय संविधान की मूल भावना, धर्मनिरपेक्ष स्वरूप एवं लोकातंत्रिक व्यवस्था के विरोध में है. भारतीय संविधान में सभी धर्मों को समान अधिकार दिये गये हैं, जबकि नागरिकता संशोधन बिल देश के नागरिकों के समान अधिकारों का हनन करता है. वर्तमान में भारत में जनसंख्या विस्फोट के कारण बेरोजगारी और भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में अगर अन्य देशों के नागरिकों को यहां की नागरिकता प्रदान की जाएगी तो देश में अव्यवस्थाएं और भी बढ़ जाएंगी.
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मुस्लिम एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को इस बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए. कार्यकर्ताओं ने बिल को निरस्त करते हुए शरणार्थियों को वापस उनके देश भेजने की मांग की है.