खटीमाः दीपावली के बाद धान खरीद केंद्रों पर फिर रौनक लौट आई है. सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों की ओर से धान लाने से खरीद में तेजी आई है. खटीमा में अभी तक 48,000 क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है.
बता दें कि तराई को धान का कटोरा भी कहा जाता है. क्योंकि, उत्तराखंड में सबसे ज्यादा धान की पैदावार उधम सिंह नगर जिले में होती है. जिस कारण यहां सबसे ज्यादा राइस मिल भी स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा राज्य सरकार भी सबसे ज्यादा सरकारी धान क्रय केंद्र उधम सिंह नगर जिले में खोलती है. खटीमा में सरकार की ओर से 66 सरकारी धान क्रय केंद्र (Paddy Procurement in Khatima) खोले गए हैं.
गौर हो कि उत्तराखंड में एक अक्टूबर से धान की खरीद (Paddy Purchasing in Uttarakhand) शुरू हो चुकी है. हालांकि, अक्टूबर महीने में बेमौसम हुई बारिश और नमी आने के कारण सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद काफी धीमी चल रही थी, जो दीपावली के बाद तेज हो गई है. सरकारी क्रय केंद्रों पर किसान अब धान लेकर आ रहे हैं. अभी तक 48,000 क्विंटल धान की खरीद की जा चुकी है.
खटीमा एसएमआई जगदीश कॉलोनी ने बताया कि सरकारी क्रय केंद्रों पर 17% नमी वाला धान लिया जा रहा है. बेमौसम बरसात के कारण धान में नमी आ गई थी. जिसके कारण धान की खरीद धीमी हो गई थी. अब धान खरीद में तेजी देखी जा रही है. मंडी समिति स्थित खाद्य विभाग के कांटों में 12,000 क्विंटल धान तौला जा चुका है. वहीं, खटीमा क्षेत्र के अन्य कांटों में 36,000 क्विंटल धान तौला जा चुका है.