रुद्रपुर: उधम सिंह नगर में राज्य कर विभाग की टीम ने ईंट सप्लायर के यहां छापेमारी अभियान चलाया. जिसमें लाखों की जीएसटी की चोरी पकड़ी गई है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में बिना ई-वे बिल के ईंट सप्लायर हर माह लाखों रुपए की जीएसटी चोरी कर रहे थे.
जीएसटी के एसटीएफ प्रभारी डिप्टी कमिश्नर रजनीश सच्चिदानंद यशवस्ती के नेतृत्व में काशीपुर, किच्छा, रुद्रपुर और खटीमा में एक साथ छापेमारी की गई. किच्छा में यूपी बॉर्डर पर 32 वाहनों को रोककर जांच की गई, जिसमें ट्रक और ट्रैक्टर शामिल थे. किसी भी वाहन के पास भी ई-वे बिल नहीं मिला. इन सभी के खिलाफ जीएसटी की धारा 130 के तहत पेनाल्टी की कार्रवाई की जा रही है.
जीएसटी एसटीएफ के प्रभारी ने बताया कि जिन गाड़ियों में ईंट लाई जा रही है. सूचना मिली थी कि ये फर्जी नामों से किसी दूसरे के नाम का आधार कार्ड दिखाकर टैक्स से खुद को बचा रहे थे. नियमों के अनुसार 50 हजार से कम कीमत का सामान लाने पर ई-वे बिल नहीं लगता. इसका फायदा ईंट सप्लायर लगातार उठा रहे थे, जिसके बाद टीम ने पूरे जिले में शिकंजा कसा है.
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छापेमारी के दौरान 32 गाड़ियां पकड़ी गईं है. जिनके पास ई-वे बिल नहीं मिला. साथ ही करीब एक सौ से अधिक ईंट ले जा रही गाड़ियों के कागज जांचे गए. इन सभी गाड़ियों की चेकिंग में विभाग ने लगभग 11 लाख की टैक्स चोरी का खुलासा किया है.
जीएसटी के एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट रुड़की को ईंट की गुणवत्ता जांचने के लिए भेजा जाएगा. ताकि जिन सप्लायरों ने दोयम दर्जे की ईंट दिखाकर टैक्स चोरी की है. उन पर शिकंजा कसा जा सके. उन्होंने बताया कि जीएसटी की चोरी को लेकर टीम द्वारा पूरे जिले में कार्रवाई की गई है.