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कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों का जोरदार प्रदर्शन, बताया- उद्योगपतियों का हितैषी - किसान बिलों का विरोध

किसानों को लेकर 3 बिल लाए जा रहे हैं. जिसे लेकर किसान आंदोलित हो गए हैं.

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किसानों का प्रदर्शन
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Published : Sep 17, 2020, 10:18 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 10:56 PM IST

खटीमाः सितारगंज मंडी समिति में भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. लोकसभा में लाए गए तीन कृषि अध्यादेशों का किसान विरोध कर रहे हैं. उन्होंने इन बिलों को किसान विरोधी बिल बताया है.

कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों का जोरदार प्रदर्शन.

बता दें कि मोदी सरकार की ओर से किसानों को लेकर तीन कृषि अध्यादेश लाए जा रहे हैं. जो लोकसभा में पेश भी किए जा चुके हैं. जिसका इन दिनों पूरे देश में किसानों की ओर से विरोध किया जा रहा है. सितारगंज में भी भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष त्रिलोचन सिंह के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने केंद्र सरकार के किसान बिलों का विरोध किया.

ये भी पढ़ेंः हर्षिल घाटी में बंपर सेब की पैदावार, समर्थन मूल्य से नाराज काश्तकार

किसानों का कहना है कि मोदी सरकार की ओर से लाए जा रहा है बिल किसानों के लिए नहीं बल्कि उद्योगपतियों के लिए हैं. किसान बिजली के निजीकरण व किसानों पर हो रहे अत्याचार को सहन नहीं करेंगे. किसान पूरे देश में इन बिलों का विरोध कर रहे हैं. उनका विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार इन बिलों को वापस नहीं ले लेती है.

खटीमाः सितारगंज मंडी समिति में भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. लोकसभा में लाए गए तीन कृषि अध्यादेशों का किसान विरोध कर रहे हैं. उन्होंने इन बिलों को किसान विरोधी बिल बताया है.

कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों का जोरदार प्रदर्शन.

बता दें कि मोदी सरकार की ओर से किसानों को लेकर तीन कृषि अध्यादेश लाए जा रहे हैं. जो लोकसभा में पेश भी किए जा चुके हैं. जिसका इन दिनों पूरे देश में किसानों की ओर से विरोध किया जा रहा है. सितारगंज में भी भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष त्रिलोचन सिंह के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने केंद्र सरकार के किसान बिलों का विरोध किया.

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किसानों का कहना है कि मोदी सरकार की ओर से लाए जा रहा है बिल किसानों के लिए नहीं बल्कि उद्योगपतियों के लिए हैं. किसान बिजली के निजीकरण व किसानों पर हो रहे अत्याचार को सहन नहीं करेंगे. किसान पूरे देश में इन बिलों का विरोध कर रहे हैं. उनका विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार इन बिलों को वापस नहीं ले लेती है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 10:56 PM IST
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