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जज्बे को सलाम: किसान विजय शर्मा ने ड्रैगन फ्रूट की खेती कर पेश की मिसाल

बाजपुर के एक किसान ने अपने फॉर्म हाउस में विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट उगाकर अन्य किसानों के लिए मिसाल पेश की है. किसान का कहना है कि क्षेत्र के अन्य किसान भी इस फल की खेती कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं.

bajpur farmer
किसान ने कायम की मिसाल
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Published : Jul 6, 2020, 3:38 PM IST

Updated : Jul 6, 2020, 3:49 PM IST

बाजपुर: अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा रखता हो तो उसे हर मुश्किल आसान नजर आती है. जी हां, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बाजपुर के एक किसान ने. इस किसान ने अपने फॉर्म हाउस पर कुछ विदेशी फलों को उगाकर मिसाल पेश की है. हम बात कर रहे हैं बाजपुर के किसान विजय शर्मा की.

किसान ने कायम की मिसाल

दरअसल, जिला उधम सिंह नगर के बाजपुर के किसान विजय शर्मा ने थाईलैंड, वियतनाम, इजराइल और श्रीलंका के लोकप्रिय फल ड्रैगन फ्रूट की फसल को अपने फॉर्म हाउस में उगा दिया है. उनका कहना है कि वो ड्रैगन फ्रूट की खेती कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं. वे कहते हैं कि गावं के अन्य किसान भी वर्तमान में इस फल की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं. इससे पहले उनकी रुचि कैक्टस प्रजाति के पौधे लगाने में थी. विजय शर्मा ने बताया, कि कुछ सालों पहले दिल्ली में एक सेमिनार आयोजित की गई थी. इसमें जापान से कुछ वैज्ञानिक आए थे और इन्हीं वैज्ञानिकों से उन्होंने ड्रैगन फ्रूट के बारे में जानकारी ली थी.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बीजेपी की वर्चुअल रैलियों का दौर जारी, आज ये नेता करेंगे रैली

इसके बाद उन्होंने ड्रैगन फ्रूट के लगभग 150 पौधे अपने फार्म हाउस में लगाए. 2 सालों में ड्रैगन फ्रूट की खेती बहुत कम ही हुई. ऐसे में वो काफी निराश हुए. हालांकि तब भी उन्होंने हार नहीं मानी. उन्हें उम्मीद थी कि अगली बार उन्हें कामयाबी जरूर मिलेगी और इस फल की खेती अच्छी होगी. बीते साल उनकी उम्मीद रंग लाई और उनके फॉर्म हाउस में उम्मीद के अनुरुप ड्रैगन फ्रूट की अच्छी पैदावार हुई. किसान के मुताबिक, इस बार उन्होंने वर्तमान में करीब 15 किलो से अधिक के ड्रैगन फ्रूट का विक्रय किया है.

ये भी पढ़ें: मसूरी: भारी बारिश से एक मकान क्षतिग्रस्त, लोगों ने भागकर बचाई जान

जानकारी के मुताबिक, बाजारों में इस विदेशी फल की कीमत प्रति फल 200 से 250 रुपए है. इस फल का प्रयोग जैम, आइसक्रीम, जैली, जूस और वाइन बनाने में किया जाता है. साथ ही सौंदर्य प्रसाधन बनाने में भी इस फल का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, इस विदेशी फल की खेती की शुरुआत भारत में भी हो चुकी है. इसकी खेती कुछ ही जगहों पर ही देखने को मिलती है. इस फल की खेती महाराष्ट्र और बिहार के किसान भी कर रहे हैं. वहीं, अब उत्तराखंड में भी ड्रैगन फ्रूट की खेती की शुरुआत हो चुकी है. किसान विजय शर्मा ने बताया कि इस फल के बीजों को विदेशों से मंगा कर यहां के किसान भी इसकी खेती कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं.

बाजपुर: अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा रखता हो तो उसे हर मुश्किल आसान नजर आती है. जी हां, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बाजपुर के एक किसान ने. इस किसान ने अपने फॉर्म हाउस पर कुछ विदेशी फलों को उगाकर मिसाल पेश की है. हम बात कर रहे हैं बाजपुर के किसान विजय शर्मा की.

किसान ने कायम की मिसाल

दरअसल, जिला उधम सिंह नगर के बाजपुर के किसान विजय शर्मा ने थाईलैंड, वियतनाम, इजराइल और श्रीलंका के लोकप्रिय फल ड्रैगन फ्रूट की फसल को अपने फॉर्म हाउस में उगा दिया है. उनका कहना है कि वो ड्रैगन फ्रूट की खेती कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं. वे कहते हैं कि गावं के अन्य किसान भी वर्तमान में इस फल की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं. इससे पहले उनकी रुचि कैक्टस प्रजाति के पौधे लगाने में थी. विजय शर्मा ने बताया, कि कुछ सालों पहले दिल्ली में एक सेमिनार आयोजित की गई थी. इसमें जापान से कुछ वैज्ञानिक आए थे और इन्हीं वैज्ञानिकों से उन्होंने ड्रैगन फ्रूट के बारे में जानकारी ली थी.

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इसके बाद उन्होंने ड्रैगन फ्रूट के लगभग 150 पौधे अपने फार्म हाउस में लगाए. 2 सालों में ड्रैगन फ्रूट की खेती बहुत कम ही हुई. ऐसे में वो काफी निराश हुए. हालांकि तब भी उन्होंने हार नहीं मानी. उन्हें उम्मीद थी कि अगली बार उन्हें कामयाबी जरूर मिलेगी और इस फल की खेती अच्छी होगी. बीते साल उनकी उम्मीद रंग लाई और उनके फॉर्म हाउस में उम्मीद के अनुरुप ड्रैगन फ्रूट की अच्छी पैदावार हुई. किसान के मुताबिक, इस बार उन्होंने वर्तमान में करीब 15 किलो से अधिक के ड्रैगन फ्रूट का विक्रय किया है.

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जानकारी के मुताबिक, बाजारों में इस विदेशी फल की कीमत प्रति फल 200 से 250 रुपए है. इस फल का प्रयोग जैम, आइसक्रीम, जैली, जूस और वाइन बनाने में किया जाता है. साथ ही सौंदर्य प्रसाधन बनाने में भी इस फल का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, इस विदेशी फल की खेती की शुरुआत भारत में भी हो चुकी है. इसकी खेती कुछ ही जगहों पर ही देखने को मिलती है. इस फल की खेती महाराष्ट्र और बिहार के किसान भी कर रहे हैं. वहीं, अब उत्तराखंड में भी ड्रैगन फ्रूट की खेती की शुरुआत हो चुकी है. किसान विजय शर्मा ने बताया कि इस फल के बीजों को विदेशों से मंगा कर यहां के किसान भी इसकी खेती कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं.

Last Updated : Jul 6, 2020, 3:49 PM IST
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