रुद्रपुर: जिले के 17 मछली पलको द्वारा लॉकडाउन का फायदा उठाकर 60 कुंतल से अधिक प्रतिबंधित थाई मांगुर को पालने का मामला सामने आने के बाद मत्स्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. जांच के बाद अब विभाग ने 17 किसानों को मछली नष्ट करने के लिए नोटिस दिया है. किसान अगर मछलियों को नष्ट नहीं करते हैं तो विभाग द्वारा मछलियों को नष्ट करने की बात कही जा रही है. वहीं, मछलियों के निस्तारण का खर्चा भी विभाग किसानों से ही वसूल करेगा.
उधम सिंह नगर जिले में प्रतिबन्ध के बाद भी 17 किसानों द्वारा लॉकडाउन का फायदाउठा कर प्रतिबंधित मछली थाई मांगुर को पालने ओर बेचने का मामला सामने आया है. जांच के बाद अब विभाग द्वारा सभी 17 किसानों को नोटिस देते हुए प्रतिबंधित मछली थाई मांगुर को नष्ट करने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, जसपुर और काशीपुर में 17 किसानों द्वारा प्रतिबंधित थाई मांगुर को पालने की सूचना के बाद से ही विभाग में हड़कंप मचा हुआ था. जांच के दौरान सूचना सही पाया गया. जिनमें सात ऐसे किसान शामिल है जिनके द्वारा पूर्व में प्रतिबन्ध के बाद भी मांगुर मछली पाली गयी थी. पूर्व में भी सातों किसानों को नोटिस जारी किया गया था. इसके बावजूद इस बार लॉकडाउन का फायदा उठा कर 14 किसानों ने दोबारा इस मछली को पाल लिया गया है. अब विभाग ऐसे किसानों पर शिकंजा कसने जा रहा है.
गौरतलब है कि एक साल पहले कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने थाई मांगुर के पालन और खरीद फरोख्त में प्रतिबंध लगा दिया था. मछली के पाबंदी के पीछे वजह पर्यावरण के साथ ही इसे इंसानों की सेहत के लिए खतरनाक होना बताया गया था.
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वहीं, मत्स्य विभाग ने इन 17 किसानों को नोटिस देते हुए मांगुर मछली को नष्ट करने के निर्देश दिए हैं. यही नही मंडी सचिवों को भी प्रतिबंधित मछलियों को मंडी में प्रवेश ना देने के लिए पत्राचार किया गया है. अगर मछली पालक द्वारा मछलियों को नष्ट नहीं किया जाता तो विभाग जिला प्रशासन के सहयोग से मछलियों को नष्ट कराएगा, जिसका खर्चा भी किसानों से वसूला किया जाएगा.