टिहरी: स्यांसू-भैंगा झूला पुल की हालत इन दिनों काफी जर्जर हो गई है, लेकिन लोक निर्माण विभाग को इसकी कोई परवाह नहीं है. पुल पर जगह-जगह बने गड्ढे और बदहाल उखड़ी हुई वेल्डिंग आने जाने वाले वाहनों के लिए खतरा बनी हुई है. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर क्षेत्र की एक लाख आबादी को जोड़ने वाला स्यांसू-भैंगा झूला पुल इन दिनों जर्जर हालत में है. लापरवाह पीडब्ल्यूडी विभाग किसी बड़े हादसे की इंतजार में है. जर्जर पुल पर कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. चारधाम यात्रा भी इसी जर्जर पुल से होकर गुजरती है.
स्यांसू-भैंगा झूला पुल की बदहाल स्थिति का आलम ये है कि कई जगहों पर जालियों की वेल्डिंग टूट चुकी है, तो कहीं जालियों में लगे नट बोल्ट गायब हैं. पुल के बीच में दो जालियों को जोड़ने के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा तार लपेटकर काम चलाया जा रहा है. पुल को जोड़ने वाले एंकर ब्लॉक के तार भी टूट चुके हैं. पुल के गटरों के बीच में काफी गैप आ चुका है.
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वहीं पुल की जर्जर हालत को लेकर पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि इस पुल की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है और इसी पुल से आने जाने वाले वाहनों के साथ कभी भी दुर्घटना घट सकती है. पुल के बीच में कई जगह वेल्डिंग उखड़ गई है और नुकीले हो गए हैं. इसलिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि तत्काल इस पुल को ठीक करने का काम करें.