पौड़ी: उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव में जीते हुए प्रत्याशी जहां अपनी जीत का जश्न मना रहे है, तो वहीं हारे हुए कैंडिडेट मंथन करने में जुटे हुए है. इसी क्रम में पौड़ी नगर पालिका से अध्यक्ष पद पर बीजेपी प्रत्याशी सुषमा रावत ने अपनी हार का कारण अपनों को ही बताया है. सुषमा रावत का आरोप है कि पौड़ी से बीजेपी विधायक राजकुमार पोरी और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने उन्हें हराने के लिए पार्टी के खिलाफ काम किया है.
सुषमा रावत का आरोप है कि पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी ने बीजेपी के लिए कार्य नहीं किया है. इसके साथ ही सुषमा रावत ने राजकुमार पोरी पर पैसे खाने का भी आरोप लगाया है. इसके अलावा सुषमा रावत ने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम पर भी आरोप लगाया है कि वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे. उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट देने पर जोर दिया है. इसके सारे सबूत उनके पास है, जिसके चलते भाजपा को पौड़ी में हार का सामना करना पड़ा.
सुषमा रावत ने अपना दर्द बंया करते हुए कहा कि पौड़ी में बीजेपी हारी नहीं है, बल्कि उन्हें पार्टी के अंदर से हराने की कोशिश की गई है. सुषमा रावत ने पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी पर पार्टी के लिए सही ढंग से काम न करने और अंदरूनी गुटबाजी का आरोप लगाया, जिसके कारण भाजपा को हार का सामना करना पड़ा.
सुषमा रावत ने कहा कि विधायक ने निर्दली प्रत्याशी से पैसे लिए और चुनाव के समय भाजपा के लिए काम नहीं किया और और उन्हें अकेला छोड़ दिया. उन्होंने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम का भी नाम लिया है, जो उनके अनुसार कांग्रेस के पक्ष में काम कर रहे थे.
उन्होंने दावा किया कि विधायक पोरी ने निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दिया, जिससे भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी कमजोर हो गए. वहीं, विधायक राजकुमार पोरी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा से काम किया और हर वार्ड में भाजपा के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. पोरी ने कहा कि वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं.
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