टिहरीः प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर जाने के लिए रोपवे की सुविधा है. ऐसे में रोपवे से सुरकंडा देवी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए जरूरी खबर है. यह रोपवे दो दिन यानी 9 और 10 नवंबर को बंद रहेगा. इसकी जानकारी जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने दी है.
दरअसल, सुरकंडा देवी रोपवे प्रोजेक्ट (Surkanda Devi Ropeway Project) के जांच समिति और जिला पर्यटन विभाग की ओर से सुरकंडा देवी रोपवे का मासिक निरीक्षण व चेकअप किया जाएगा. सुरक्षा की दृष्टि से 9 और 10 नवंबर को सुरकंडा देवी रोपवे सेवा (Surkanda Devi Ropeway) पूरी तरह से बंद रहेगी. इस दौरान जो भी तकनीकी खामियां पाई जाएगी, उसे दूर किया जाएगा.
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बता दें कि बीती 10 जुलाई को इस रोपवे पर तकनीकी खामियां आने के कारण ट्रॉलियां हवा में ही रूक गई थी. इस दौरान रोपवे की ट्रॉलियों में करीब 70 लोग हवा में ही लटके रहे. जिसमें टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय भी फंस गए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और टेक्निकल टीम को मौके पर भेजा. इस बीच काफी देर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. कुछ देर फंसे रहने के बाद रोपवे सेवा का संचालन फिर से शुरू हुआ.
गौर हो कि बीती एक मई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ किया था. टिहरी के कद्दूखाल क्षेत्र में स्थित सुरकंडा देवी के दर्शन (Maa Surkanda Devi Temple) को रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. यह मंदिर समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कद्दूखाल से मंदिर परिसर तक करीब डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई है, जिसे चढ़ने में करीब डेढ़ से दो घंटे लग जाते हैं, लेकिन रोपवे शुरू होने से श्रद्धालुओं को राहत मिल रही है.
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इस रोपवे सेवा के शुरू होने से उन लोगों को बड़ी राहत मिल रही है, जो चलने में असमर्थ हैं. इस रोपवे का शुल्क 177 रुपये रखा गया है. रोपवे से श्रद्धालुओं का करीब डेढ़ से 2 घंटे का समय बच रहा है. अब सिर्फ 10 से 20 मिनट में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं. यह मंदिर मसूरी चंबा मोटर मार्ग पर धनौल्टी से 8 किलोमीटर की दूरी पर कद्दूखाल नामक स्थान पर है. जबकि, टिहरी से 41 किलोमीटर की दूरी पर है.