ETV Bharat / state

करोड़ों खर्च के बावजूद नहीं बना डोबरा-चांठी पुल, ग्रामीण बोले- खामियों की हो जांच

2005 से पुल निर्माणाधीन है इस पुल की लंबाई 440 मीटर है. जिस पर 247 मीटर अलग से फ्लाईओवर बनाया गया. जिसका समुद्र तल से 834 मीटर ऊंचाई पर यह पुल का निर्माण चल रहा है.

पुल न बनने से लोगों को हो रही परेशानी.
author img

By

Published : Apr 28, 2019, 9:16 AM IST

Updated : Apr 28, 2019, 9:23 AM IST

टिहरी: झील के ऊपर बन रहा डोबरा चांठी पुल सुर्खियों में है. पुल के एंकर ब्लॉक में दरारें पड़ने और समय से न बनने से लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं. इस पुल के बनने से प्रताप नगर की करीब तीन लाख आबादी को इसका फायदा मिलेगा. वहीं पुल लेकिन करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद अभी तक नतीजा सिफर ही है.

करोड़ों खर्च के बावजूद नहीं बना डोबरा-चांठी पुल.

2005 से पुल निर्माणाधीन है इस पुल की लंबाई 440 मीटर है. जिस पर 247 मीटर अलग से फ्लाईओवर बनाया गया. जिसका समुद्र तल से 834 मीटर ऊंचाई पर यह पुल का निर्माण चल रहा है. अब तक इस पुल पर 350 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च हो चुकी है. इसके बावजूद अभी तक यह पुल तैयार नहीं हो पाया. जिसका फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है. इस पुल का निर्माण 2005 में चंडीगढ़ की गुप्ता कंपनी ने शुरू किया बजट ना होने के कारण कंपनी ने पुल का काम बंद कर दिया. बाद में सरकार ने धनराशि बढ़ा दी जिसके बाद पुल का काम शुरू हुआ.

लेकिन पुल का डिजाइन फेल होने के कारण फिर पुल का काम बंद करना पड़ा. अब तक इस में निर्माणाधीन कंपनियों की लापरवाही सामने आती रही. इससे पहले पुल की मांग को लेकर प्रताप नगर की जनता ने 150 दिन तक रौलकोट के भोमेश्वर महादेव मंदिर में धरना प्रदर्शन किया था. इस पुल की स्वीकृति 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के समय में मिली थी. आज 15 साल बीत जाने के बाद भी डोबरा चांठी पुल नहीं बन पाया है. लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि पुल के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं हैं. जिससे क्षेत्र की जनता अपने को ठगा सा महसूस कर रही है.

वहीं, प्रतापनगर के लोगों ने पुल निर्माण में चल रही अनियमितताओं की जांच की मांग की है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एस एस असवाल ने बताया कि पुल दिसंबर 2019 तक बनकर तैयार हो जाएगा.साथ ही नए डिजायन के आधार पर पुल का निर्माण किया जा रहा है. पुल के चारों तरफ दो विंड एंकर डोबरा की तरफ और दो विंड एंकर चांठी की ओर बनाये गए हैं उनका उपयोग नहीं किया जाएगा. बता दें कि प्रतापनगर क्षेत्र टिहरी झील बनने के बाद जिला मुख्यालय से अलग-थलग पड़ा हुआ है.

टिहरी: झील के ऊपर बन रहा डोबरा चांठी पुल सुर्खियों में है. पुल के एंकर ब्लॉक में दरारें पड़ने और समय से न बनने से लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं. इस पुल के बनने से प्रताप नगर की करीब तीन लाख आबादी को इसका फायदा मिलेगा. वहीं पुल लेकिन करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद अभी तक नतीजा सिफर ही है.

करोड़ों खर्च के बावजूद नहीं बना डोबरा-चांठी पुल.

2005 से पुल निर्माणाधीन है इस पुल की लंबाई 440 मीटर है. जिस पर 247 मीटर अलग से फ्लाईओवर बनाया गया. जिसका समुद्र तल से 834 मीटर ऊंचाई पर यह पुल का निर्माण चल रहा है. अब तक इस पुल पर 350 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च हो चुकी है. इसके बावजूद अभी तक यह पुल तैयार नहीं हो पाया. जिसका फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है. इस पुल का निर्माण 2005 में चंडीगढ़ की गुप्ता कंपनी ने शुरू किया बजट ना होने के कारण कंपनी ने पुल का काम बंद कर दिया. बाद में सरकार ने धनराशि बढ़ा दी जिसके बाद पुल का काम शुरू हुआ.

लेकिन पुल का डिजाइन फेल होने के कारण फिर पुल का काम बंद करना पड़ा. अब तक इस में निर्माणाधीन कंपनियों की लापरवाही सामने आती रही. इससे पहले पुल की मांग को लेकर प्रताप नगर की जनता ने 150 दिन तक रौलकोट के भोमेश्वर महादेव मंदिर में धरना प्रदर्शन किया था. इस पुल की स्वीकृति 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के समय में मिली थी. आज 15 साल बीत जाने के बाद भी डोबरा चांठी पुल नहीं बन पाया है. लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि पुल के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं हैं. जिससे क्षेत्र की जनता अपने को ठगा सा महसूस कर रही है.

वहीं, प्रतापनगर के लोगों ने पुल निर्माण में चल रही अनियमितताओं की जांच की मांग की है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एस एस असवाल ने बताया कि पुल दिसंबर 2019 तक बनकर तैयार हो जाएगा.साथ ही नए डिजायन के आधार पर पुल का निर्माण किया जा रहा है. पुल के चारों तरफ दो विंड एंकर डोबरा की तरफ और दो विंड एंकर चांठी की ओर बनाये गए हैं उनका उपयोग नहीं किया जाएगा. बता दें कि प्रतापनगर क्षेत्र टिहरी झील बनने के बाद जिला मुख्यालय से अलग-थलग पड़ा हुआ है.

Intro:ई टीवी भारत ने किया खुलासा डोबरा चांठी पुल पर 5 करोड़ की लागत से बनाये गए चार विंड एंकर हुए बरबाद,


Body:टिहरी झील के ऊपर बन रहा डोबरा चांटी पुल लगातार सुर्खियों में आ रहा है कभी इसके विंड एंकर टूटने की चर्चा तो कभी समय पर न बनने की चर्चा से प्रतापनगर के लोग परेशान है आपको बता दें टिहरी झील के ऊपर बन रहा डोबरा चांटी पुल के बनने से प्रताप नगर की तीन लाख आबादी को फ़ायदा मिलेगा 2005 से यह निर्माणाधीन है इस पुल की लंबाई 440 मीटर है जिस पर 247 मीटर अलग से फ्लाईओवर बनाया गया वहीं समुद्र तल से 834 मीटर ऊंचाई पर यह पुल का निर्माण चल रहा है अब तक इस पुल पर 350 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च हो चुकी है इसके बावजूद अभी तक यह पुल तैयार नहीं हो पाया इस पुल का निर्माण 2005 में चंडीगढ़ के गुप्ता कंपनी ने शुरू किया बजट ना होने के कारण कंपनी ने पुल का काम बंद कर दिया बाद में सरकार ने धनराशि बढ़ा दी जिसके बाद पुल का काम शुरू हुआ लेकिन फूल का डिजाइन फेल होने के कारण फिर पुल का काम बंद करना पड़ा अब तक इस में निर्माणाधीन कंपनियों की लापरवाही सामने आती रही इससे पहले पुल की मांग को लेकर प्रताप नगर की जनता ने 150 दिन तक रौलकोट के भोमेश्वर महादेव मंदिर में धरना प्रदर्शन किया इसके बाद 2005 की तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी ने इस दिल को स्वीकृत किया आज 15 साल बीत गए परंतु डोबरा चांटी पुल नहीं बन पाया और नेता हो या जनप्रतिनिधि इस पुल के निर्माण को लेकर कोई भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है और जनता को ठगा सा महसूस कर रही है ईटीवी भारत में खुलासा किया कि डोबरा चांटी पुल पर बनाए गए 5 करोड़ की लागत से चार विंड एंकर बर्बाद हो गए हैं अब इनका उपयोग डोबरा चांटी पुल पर नहीं किया जाएगा जिससे डोबरा चांटी पुल पर अब तक इन विंड एंकर पर किए गए खर्च में से 5 करोड रुपए बर्बाद हो गए है,


Conclusion:वही प्रतापनगर के लोगो का कहना है कि इस पुल की जांच होनी चाहिए कि अब तक इस पुल पर करोड़ों खर्च हो गए लेकिन पुल नही बना, वहीं पुल का निर्माण करें अधिशासी अभियंता बताया कि यह पुल पर जो काम किया जा रहा है ओर यह पुल दिसंबर 2019 तक पूरा बना देंगे साथ ही नए डिजायन के आधार पर इस पुल के चारों तरफ दो विंड एंकर डोबरा की तरफ ओर दो विंड एंकर चांटी की तरफ जो बनाये गए है उनका उपयोग नही किया जाएगा बाइट दिनेश नेगी ग्रामीण बाइट राकेश पंवार ग्रामीण बाइट एस एस असवाल अधिशासी अभियंता खंड लोक निर्माण बिभाग टिहरी इसके विसुअल लाइव यु से भी भेजी है
Last Updated : Apr 28, 2019, 9:23 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.