प्रतापनगर: टिहरी के प्रतापनगर में एक बार फिर से ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. मामला प्रतापनगर से जुड़ा है. प्रतापनगर के लंबगांव नगर पंचायत में 25 अगस्त 2019 को बाजार में 20 जैविक-अजैविक कूड़े के लिए नए कूड़ेदान के स्टैंड लगाए गए थे. मात्र 14 दिन में ही सभी कूड़ेदान टूट गये थे. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया और खबर के चलते ही उसका असर देखने को मिला.
खबर चलने के कुछ ही देर में उप जिलाधिकारी अजय वीर सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए नगर पंचायत को तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया. उप जिलाधिकारी के आदेश के बाद नगर पंचायत ने आनन-फानन में कूड़े को हटा दिया. इसके साथ ही उप जिलाधिकारी ने निर्देशित भी किया कि नगर पंचायत क्षेत्र में जहां कहीं भी कूड़ा पड़ा हुआ नजर आया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
नगर पंचायत के अधिषाशी अधिकारी का कहना है कि कूड़ा निस्तारण की जगह नहीं मिलने के कारण यह परेशानी बनी हुई है. लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि जल्द से जल्द जगह का चयन हो सके, लेकिन अभी तक नगर पंचायत किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है.
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क्या था मामला ?
ईटीवी भारत ने कल यानी 12 सितंबर को "स्वच्छता अभियान: करोड़ों हुए खर्च फिर भी हालत जस की तस" हेडलाइन से एक खबर चलाई थी. जिसमें पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को पलीता लगने की बात कही गई थी. खबर में दिखाया गया था कि प्रतापनगर नगर के लंबगांव नगर पंचायत में 25 अगस्त 2019 को बाजार में 20 जैविक-अजैविक कूड़े के लिए नए कूड़ेदान के स्टैंड लगाए गए थे. मात्र 14 दिन के बाद ही सभी कूड़ेदान टूट गये.
स्थानीय लोगों ने कई बार नगर पंचायत के ईओ, अध्यक्ष और एसडीएम से इसकी शिकायत भी की, लेकिन जिम्मेदारों ने इस कूड़े के ढेर को हटाने की जहमत तक नहीं उठाई. जबकि, नगर पंचायत को स्वच्छ बनाए जाने को लेकर डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने के बावजूद भी सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है.