टिहरी: बीजेपी ने लोक निर्माण विभाग एवं कंपनी के अधिकारियों पर गेट तोड़ने वालों लोगों से मिलीभगत का आरोप लगाया. बीजेपी का कहना है कि लोक निर्माण विभाग और कंपनी के अधिकारियों के लापरवाही की वजह से डोबरा चांठी पुल का मुख्य गेट तोड़ने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई है.
गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को कांग्रेसियों ने डोबरा चांठी पुल का मुख्य गेट तोड़ा था. जिसको लेकर भाजपा ने कांग्रेसियों के खिलाफ लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की. यही नहीं बीजेपी ने अधिकारियों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले का पक्ष लेने का आरोप भी लगाया.
ये भी पढ़ें: सीएम से पहले 'सपनों के पुल' का कांग्रेसियों ने किया उद्घाटन
बीजेपी का कहना है कि वीडियो में साफ साफ दिखाई दे रहा है कि भाजपा के कार्यकर्ता अधिकारियों से कह रहे हैं कि सरकारी संपत्ति को नुकसान करने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन लोक निर्माण विभाग अधिकारी एस एस मखलोगा सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने वाले का पक्ष लेते नजर आ रहे हैं. अगर कोई आम आदमी होता तो उस पर तुरंत कार्रवाई होती, लेकिन कांग्रेस के बड़े बड़े कार्यकर्ताओं ने पुल का गेट को तोड़ा है, इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है.
बीजेपी जिला अध्यक्ष विनोद रतूड़ी ने कहा कि तीन सौ करोड़ की लागत से बने डोबरा चांठी पुल की सुरक्षा को लेकर लोनिवि निर्माण विभाग बेहद लापरवाही बरत रहा है. वहीं, पुल में पांच करोड़ की लागत से लगाए गए लाइटिंग सिस्टम को भी कुछ शरारती तत्वों ने तोड़ दिया. जिसके बाद भी लोनिवि की उन शरारती तत्वों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.