धनौल्टी: बैसाखी पर्व पर जगह-जगह लगने वाले मेलों की शुरुआत हो गई है. बैसाखी पर्व पर सबसे पहले लगने वाला बिखोत मेला कंडीसौड़ बाजार में सज चुका है. मेले को लेकर बच्चों से लेकर बूढ़ों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. लोग हर्षोल्लास के साथ मेले का आनंद ले रहे हैं.
बता दें, बिखोत मेला पले पहले टिहरी के छाम बाजार से सटे भागीरथी तट पर लगता था, लेकिन भागीरथ तट झील में समा जाने से इस मेले का आयोजन कंडीसौड़ बाजार किया जाने लगा है. पहले भागीरथी तट को कुंञ्ज घाट तरासौड़ के नाम से भी जाना जाता था.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिना खत या चिट्ठी के आपसी मेल मिलाप को बिखोत कहा जाता है. क्योंकि भागीरथी नदी के एक ओर टिहरी और दूसरी ओर उत्तरकाशी होने के चलते लोगों के मेल मिलाप का केंद्र यही जगह थी. इसलिए अब इस स्थान ने मेले का रूप ले लिया है.