प्रतापनगरः आमतौर पर शादी समारोह में शराब परोसने का चलन है, लेकिन प्रतापनगर के भरपूर गांव में एक व्यक्ति ने शादी समारोह, शराब से नहीं बल्कि, संस्कारों से करने की पहल की है. जहां पर एक व्यक्ति ने अपने बेटे की शादी में शराब ना पिलाने का संकल्प लिया. जिसमें उन्होंने मेंहदी में कलश यात्रा निकालकर नौ कुंडीय हवन यज्ञ का कार्यक्रम आयोजित किया. साथ ही पूरे विधि विधान और हिंदू रीति-रिवाज व संस्कारों से अपने बेटे की शादी कराई. वहीं, इस शादी के जरिए समाज में आदर्श विवाह अपनाने का संदेश दिया.
दरअसल, प्रतापनगर के ग्रामपंचायत भरपूर के निवासी रामदेव कलूड़ा ने एक अनूठी पहल की शुरुआत करते हुए अपने बेटे की शादी कराई. जिसमें उन्होंने समाज को भी एक संदेश देने का काम किया. उन्होंने अपने बेटे की मेहंदी के दिन शांतिकुंज परिवार हरिद्वार से एक टीम बुलाकर शादी की सभी रस्में निभाई गई. जो इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. साथ ही लोग जमकर सराहना भी कर रहे हैं.
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वहीं, शांतिकुंज से आए गुरु जयराम ने कहा कि शांतिकुंज परिवार का उद्देश्य है कि देशभर में आदर्श विवाह अपनाया जाए. जिससे हमारी संस्कृति के अनुरूप ही विवाह हो और जो आज के समाज में शराब का प्रचलन बढ़ गया है, उसे खत्म किया जाए.