रुद्रप्रयाग: भगवान शिव की नगरी में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम स्थल को और भी दर्शनीय बनाने के लिए ऊर्जा निगम ने स्ट्रीट लाइटें लगा दी हैं. 19 लाख की लागत से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों से संगम स्थल चमचमा रहा है. स्ट्रीट लाइटें लगने के बाद रात के समय भी दोनों नदियों के संगम के विहंगम दृश्य को देखा जा सकता है. वहीं दूसरी ओर संगम स्थल पर लगी इन स्ट्रीट लाइटों को लेकर बयानबाजी भी तेज हो गई है.
रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का संगम स्थल है. साथ ही संगम स्थल के बीचों-बीच चामुण्डा मां एवं रुद्रनाथ भगवान का पौराणिक मंदिर है. जिससे यहां की मान्यता और भी बढ़ जाती है. यहां पूरे सालभर दर्शनों और गंगा स्नान के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है. श्रद्धालुओं की संख्या और सुविधा को देखते हुए जिला प्रशासन ने मंदाकिनी-अलकनंदा संगम स्थल पर स्ट्रीट लाइटें लगवा दी हैं. ऊर्जा निगम ने 19 लाख की लागत से यहां कुल 50 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं.
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बता दें इससे पहले नमामि गंगे की ओर से लगाई गई लाखों रुपए की सोलर लाइटें नदियों का जल स्तर बढ़ने से या तो खराब हो गई या फिर उनकी बैटरियां चोरी हो गई थी. संगम स्थल पर लगी स्ट्रीट लाइटों पर बोलते हुए नगर सभासद सुरेन्द्र रावत ने कहा कि सभी विद्युत पोल मानकों के अनुसार नहीं लगाए गये हैं. उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में नदियों का जल स्तर उफान पर रहता है. जिससे स्ट्रीट लाइटों को नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि स्ट्रीट लाइटों को सुरक्षित स्थान पर लगाना चाहिए था.
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स्ट्रीट लाइटों के खुलने और बंद होने का समय तय नहीं
ऊर्जा निगम ने लाखों की लागत से संगम स्थल पर स्ट्रीट लाइटें तो लगवा दी हैं, मगर अभी भी इनके खुलने और बंद होने का समय तय नहीं है. ये लाइटें कभी रात में खुलती नहीं हैं तो कभी दिनभर जलती रहती हैं.