ETV Bharat / state

कर्नाटक से केदारधाम पहुंची शंकराचार्य की मूर्ति, चिनूक हेलीकॉप्टर ने पहुंचाया धाम - Statue of Shankaracharya

केदारनाथ धाम में बनाया जा रहा आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल इसी महीने के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा. शंकराचार्य समाधि स्थल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है और पीएम 7 अक्टूबर को केदारनाथ धाम आ रहे हैं.

rudraprayag hindi news
rudraprayag hindi news
author img

By

Published : Oct 5, 2021, 12:37 PM IST

Updated : Oct 5, 2021, 1:04 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य हो रहे हैं. द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों में आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल प्रमुख रूप से है. इस समाधि स्थल का कार्य अंतिम चरण में है और अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक कार्य पूर्ण होना है. वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से समाधि स्थल में स्थापित करने के लिए शंकराचार्य की मूर्ति भी कर्नाटक से केदारनाथ पहुंच चुकी है.

16-17 जून, 2013 की आपदा के बाद से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं. प्रथम चरण के पुनर्निर्माण कार्यों में मंदिर के आगे आस्था पथ, तीर्थ पुरोहितों के लिये घर और घाटों का निर्माण कार्य किया गया है. अब द्वितीय चरण में धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल सहित अन्य प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं. शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य अंतिम चरण में है. केदारनाथ मंदिर के पीछे लगभग बीस मीटर दूर शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण हो रहा है. अक्टूबर अंतिम सप्ताह से समाधि स्थल बनकर तैयार हो जायेगा. समाधि स्थल में स्थापित होने के लिये शंकराचार्य की मूर्ति भी चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिये केदारनाथ पहुंच चुकी है. मूर्ति को 18 भागों में केदारनाथ धाम पहुंचाया गया है.

कर्नाटक से केदारधाम पहुंची शंकराचार्य की मूर्ति.

तबाह हो गया था आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल: 2013 की आपदा में केदारनाथ धाम में स्थित आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल भी तबाह हो गया था. बाद में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ पहुंचे थे, तो उन्होंने समाधि स्थल निर्माण की घोषणा की थी, जिस पर कार्य भी शुरू हुआ और अब कार्य अंतिम दौर में है.

समाधि स्थल को हाईटेक रूप तैयार किया जा रहा है. केदारनाथ धाम पहुंचने वाले भक्त समाधि स्थल की परिक्रमा भी कर पाएंगे. केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रही कार्यदायी संस्था जेएसडब्ल्यू के अधिकारी नवीन राणा ने बताया कि समाधि स्थल का कार्य अस्सी प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. शंकराचार्य की मूर्ति भी 18 भागों में केदारनाथ धाम पहुंच चुकी है और मशहूर से मूर्तिकार भी धाम में आ गये हैं. अक्टूबर अंतिम तक कार्य पूरा हो जायेगा, जिसके बाद मूर्ति को समाधि स्थल में स्थापित किया जायेगा.

पढ़ें- खुशखबरी: सबके लिए खुले चारधाम, कोविड नियमों का करना होगा पालन

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि युद्धस्तर पर शंकराचार्य गद्दीस्थल का कार्य चल रहा है. उनका प्रयास है कि अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक कार्य पूर्ण कर लिया जाए. शंकराचार्य की समाधि स्थल का निर्माण पूर्ण होने के बाद धाम की भव्यता ओर अधिक बढ़ जायेगी. इसके अलावा यात्रियों को भी शंकराचार्य समाधि स्थल के दर्शन कर सकेंगे. समाधि स्थल के निकट मौजूद दिव्य शिला के प्रांगण में भक्तों के लिये योग-साधना का भी स्थान बनाया जा रहा है.

7 अक्टूबर को केदारनाथ धाम जाएंगे PM मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 अक्टूबर को दिल्ली से सीधे केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरेंगे. केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री ऋषिकेश एम्स पहुंचेंगे. यहां से एम्स में बने 162 ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का स्थलीय निरीक्षण करेंगे. इसके बाद दिल्ली रवाना हो जाएंगे.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य हो रहे हैं. द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों में आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल प्रमुख रूप से है. इस समाधि स्थल का कार्य अंतिम चरण में है और अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक कार्य पूर्ण होना है. वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से समाधि स्थल में स्थापित करने के लिए शंकराचार्य की मूर्ति भी कर्नाटक से केदारनाथ पहुंच चुकी है.

16-17 जून, 2013 की आपदा के बाद से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं. प्रथम चरण के पुनर्निर्माण कार्यों में मंदिर के आगे आस्था पथ, तीर्थ पुरोहितों के लिये घर और घाटों का निर्माण कार्य किया गया है. अब द्वितीय चरण में धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल सहित अन्य प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं. शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य अंतिम चरण में है. केदारनाथ मंदिर के पीछे लगभग बीस मीटर दूर शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण हो रहा है. अक्टूबर अंतिम सप्ताह से समाधि स्थल बनकर तैयार हो जायेगा. समाधि स्थल में स्थापित होने के लिये शंकराचार्य की मूर्ति भी चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिये केदारनाथ पहुंच चुकी है. मूर्ति को 18 भागों में केदारनाथ धाम पहुंचाया गया है.

कर्नाटक से केदारधाम पहुंची शंकराचार्य की मूर्ति.

तबाह हो गया था आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल: 2013 की आपदा में केदारनाथ धाम में स्थित आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल भी तबाह हो गया था. बाद में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ पहुंचे थे, तो उन्होंने समाधि स्थल निर्माण की घोषणा की थी, जिस पर कार्य भी शुरू हुआ और अब कार्य अंतिम दौर में है.

समाधि स्थल को हाईटेक रूप तैयार किया जा रहा है. केदारनाथ धाम पहुंचने वाले भक्त समाधि स्थल की परिक्रमा भी कर पाएंगे. केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रही कार्यदायी संस्था जेएसडब्ल्यू के अधिकारी नवीन राणा ने बताया कि समाधि स्थल का कार्य अस्सी प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. शंकराचार्य की मूर्ति भी 18 भागों में केदारनाथ धाम पहुंच चुकी है और मशहूर से मूर्तिकार भी धाम में आ गये हैं. अक्टूबर अंतिम तक कार्य पूरा हो जायेगा, जिसके बाद मूर्ति को समाधि स्थल में स्थापित किया जायेगा.

पढ़ें- खुशखबरी: सबके लिए खुले चारधाम, कोविड नियमों का करना होगा पालन

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि युद्धस्तर पर शंकराचार्य गद्दीस्थल का कार्य चल रहा है. उनका प्रयास है कि अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक कार्य पूर्ण कर लिया जाए. शंकराचार्य की समाधि स्थल का निर्माण पूर्ण होने के बाद धाम की भव्यता ओर अधिक बढ़ जायेगी. इसके अलावा यात्रियों को भी शंकराचार्य समाधि स्थल के दर्शन कर सकेंगे. समाधि स्थल के निकट मौजूद दिव्य शिला के प्रांगण में भक्तों के लिये योग-साधना का भी स्थान बनाया जा रहा है.

7 अक्टूबर को केदारनाथ धाम जाएंगे PM मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 अक्टूबर को दिल्ली से सीधे केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरेंगे. केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री ऋषिकेश एम्स पहुंचेंगे. यहां से एम्स में बने 162 ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का स्थलीय निरीक्षण करेंगे. इसके बाद दिल्ली रवाना हो जाएंगे.

Last Updated : Oct 5, 2021, 1:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.