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गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग से बर्फ हटाने का काम जारी, 6 मई को खुलेंगे कपाट

आगामी 6 मई से केदारनाथ यात्रा शुरू होने वाली है. रुद्रप्रयाग प्रशासन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मुस्तैद हो गया है. गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जमी बर्फ को हटाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. उम्मीद है कि एक-दो दिन में केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग से बर्फ हटाकर आवाजाही शुरू कर दिया जाएगा.

Gaurikund-kedarnath Walkway
Gaurikund-kedarnath Walkway
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Published : Mar 24, 2022, 9:31 AM IST

Updated : Mar 24, 2022, 9:42 AM IST

रुद्रप्रयाग: आगामी 6 मई से केदारनाथ यात्रा शुरू होने वाली है. रुद्रप्रयाग प्रशासन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मुस्तैद हो गया है. गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जमी बर्फ को हटाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. उम्मीद है कि एक-दो दिन में केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग से बर्फ हटाकर आवाजाही शुरू कर दिया जाएगा. पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए डीडीएमए ने 160 मजदूरों को लगाया है.

इसके साथ ही केदारनाथ यात्रा के लिए घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण जारी है. पैदल मार्ग पर दुकानों का आवंटन के लिए स्थानीय लोग दस्तावेज जमा करा रहे हैं. गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के लिए प्रशासन ने सुलभ इंटरनेशनल को कड़े निर्देश दिये हैं.

गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग से बर्फ हटाने का काम जारी.

बता दें कि, गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर छानी कैंप तक बर्फ हटा दी गयी है और एक-दो दिन में केदारपुरी तक बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. केदारनाथ धाम में अभी भी डेढ़ फीट तक बर्फ जमी है. पैदल मार्ग के दोनों तरफ भी डेढ़ फीट बर्फ है और ग्लेशियर वाले स्थानों पर साढ़े तीन फीट बर्फ ने डेरा जमा लिया है. गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम तक फैले भू-भाग में मौसम के बार-बार करवट लेने से बर्फ हटाने का काम प्रभावित हो रहा है. केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को पैदल मार्ग पर होनेवाली दुश्वारी से बचाने का ध्यान रखा जा रहा है.
पढ़ें: Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में आज ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली का यलो अलर्ट

उप जिलाधिकारी जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को पैदल मार्ग पर किसी प्रकार की परेशानी न हो और पैदल मार्ग पर स्वच्छता बनी रहे, इसलिए सुलभ इन्टरनेशनल को कड़े निर्देश दिये गये है. उन्होंने बताया कि गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण किया जा रहा है और पैदल मार्ग पर दुकानों के आवंटन के लिए युवाओं द्वारा औपचारिकता पूरी की जा रही हैं. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण विगत दो वर्षों में केदारनाथ यात्रा प्रभावित रही, इसलिए इस वर्ष केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही रिकार्ड तोड़ यात्री केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं. ऐसे में प्रशासन का भरपूर प्रयास रहेगा कि केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराई जाए.

मंदिर समिति के अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मंदिर समिति का एंडवास दल अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगा और दल छह मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं में जुट जायेगा.

रुद्रप्रयाग: आगामी 6 मई से केदारनाथ यात्रा शुरू होने वाली है. रुद्रप्रयाग प्रशासन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मुस्तैद हो गया है. गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जमी बर्फ को हटाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. उम्मीद है कि एक-दो दिन में केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग से बर्फ हटाकर आवाजाही शुरू कर दिया जाएगा. पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए डीडीएमए ने 160 मजदूरों को लगाया है.

इसके साथ ही केदारनाथ यात्रा के लिए घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण जारी है. पैदल मार्ग पर दुकानों का आवंटन के लिए स्थानीय लोग दस्तावेज जमा करा रहे हैं. गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के लिए प्रशासन ने सुलभ इंटरनेशनल को कड़े निर्देश दिये हैं.

गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग से बर्फ हटाने का काम जारी.

बता दें कि, गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर छानी कैंप तक बर्फ हटा दी गयी है और एक-दो दिन में केदारपुरी तक बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. केदारनाथ धाम में अभी भी डेढ़ फीट तक बर्फ जमी है. पैदल मार्ग के दोनों तरफ भी डेढ़ फीट बर्फ है और ग्लेशियर वाले स्थानों पर साढ़े तीन फीट बर्फ ने डेरा जमा लिया है. गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम तक फैले भू-भाग में मौसम के बार-बार करवट लेने से बर्फ हटाने का काम प्रभावित हो रहा है. केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को पैदल मार्ग पर होनेवाली दुश्वारी से बचाने का ध्यान रखा जा रहा है.
पढ़ें: Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में आज ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली का यलो अलर्ट

उप जिलाधिकारी जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को पैदल मार्ग पर किसी प्रकार की परेशानी न हो और पैदल मार्ग पर स्वच्छता बनी रहे, इसलिए सुलभ इन्टरनेशनल को कड़े निर्देश दिये गये है. उन्होंने बताया कि गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण किया जा रहा है और पैदल मार्ग पर दुकानों के आवंटन के लिए युवाओं द्वारा औपचारिकता पूरी की जा रही हैं. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण विगत दो वर्षों में केदारनाथ यात्रा प्रभावित रही, इसलिए इस वर्ष केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही रिकार्ड तोड़ यात्री केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं. ऐसे में प्रशासन का भरपूर प्रयास रहेगा कि केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराई जाए.

मंदिर समिति के अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मंदिर समिति का एंडवास दल अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगा और दल छह मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं में जुट जायेगा.

Last Updated : Mar 24, 2022, 9:42 AM IST
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