रुद्रप्रयाग: सरकार ने सिक्स सिग्मा को केदारनाथ (Kedarnath Dham) बुला लिया है. यह टीम धाम की चिकित्सा व्यवस्था को संभालेगी. देवभूमि उत्तराखंड के गौरवशाली परंपरा के प्रति समर्पण भाव के साथ सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड हॉस्पिटल ने सेवा व पराक्रम की मिसाल पेश की है. सिक्स सिग्मा ने कंधे से कंधा मिलाकर स्वास्थ्य सेवाओं में अदम्य साहस का परिचय दिया है.
बता दें कि, वर्ष 2013 से केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को चिकित्सा सेवा प्रदान कराने वाली सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल टीम फिर से केदारनाथ पहुंच चुकी है. ऊंच पर्वतीय दुर्गम हिमालय में मेडिकल सेवा देने वाले संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मेडिकल डायरेक्टर डॉ प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम मैनेजमेंट बोर्ड की ओर से केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ व हेमकुंड साहिब में सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस प्रदान करने का अनुरोध पत्र प्राप्त हुआ.
डॉ प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि गत 28 जून 2021 को केदारनाथ धाम में मेडिकल सेवाएं देने के लिए सिक्स सिग्मा की टीम पहुंची थी. केदारनाथ धाम पहुंचने के बाद हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस टीम ने सबसे पहले केदार घाटी में रहने वाले तीर्थ पुरोहितों, हक-हकूकधारियों के अलावा निर्माण कार्य में लगी कंपनियों के अधिकारियों व मजदूरों को कोविड-19 से बचाने के लिए उनका टीकाकरण किया. जिससे स्थानीय लोग माहमारी से बच सकें. 60 दिनों तक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाली हाई ऐल्टिटूड मेडिकल सर्विस की टीम ने इस दौरान 2,336 मरीजों का इलाज किया और गंभीर रूप से पीड़ित सात मरीजों को आकस्मिक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराकर उनकी जान भी बचाई.
वहीं, चारधाम यात्रा के दौरान विभिन्न स्थलों पर दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में जानकारी देते हुए सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस पूर्व की भांति केदारनाथ, मद्महेश्वर धाम, तुंगनाथ के अलावा हेमकुंड साहिब में मेडिकल सेवाएं देगी. इसके लिए सिक्स सिग्मा संस्था ने पर्वतीय क्षेत्रों में मेडिकल सेवा देने का अनुभव रखने वाले डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीमे बनाई है. जो वहां पर जाकर यात्रा पर आने वाले भक्तों को उच्चतम चिकित्सा सेवा देंगे. सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम को भारतीय सेनाओं से प्रशिक्षण प्राप्त है. सेना ने सिक्स सिग्मा मेडिकल टीम को बेहद मुश्किल हाई एल्टीट्यूड सर्वाइवल ट्रेनिंग करवाई है. जिस ट्रेनिंग में उफनती नदियों और आग से गुजरना, माइनस टेम्प्रेचर में रहना, पहाड़ पर रेस्क्यू करना, बिना सहारे पहाड़ पर चढ़ना, भारी बोझ के साथ कई किलोमीटर की दौड़ और लगातार 7 दिन घने पीक के जंगलों में रात गुजारना आदि शामिल है.
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि अभी तक देश से कोरोना का संक्रमण पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुआ है. प्रतिदिन विभिन्न राज्यों से मिलने वाले आंकड़े बीमारी के पुनः लौटने की ओर इशारा कर रहे हैं. जिस कारण यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भी कुछ सावधानियां रखनी होगी. यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य परीक्षण से गुजरना होगा. धाम में आने से पहले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. सभी तीर्थयात्रियों को मास्क व सामाजिक दूरी बनाते हुए नियमों का पालन करवाया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि इस बार हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस की ओर से केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं को महामारी से बचाने के लिए कोविड-19 का टेस्ट ओर वैक्सीनेशन का प्रबंध किया गया है. इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए हापरबॉनिक चैम्बर भी बनाया जाएगा और मोबाइल ईसीजी की भी सुविधा मिलेगी. कोरोना के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए उपचार के दौरान पीपीई किट का उपयोग भी किया जाएगा. इस बार यात्रा में मेडिकल सेवा देने के लिए सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की ओर से 38 से अधिक मेडिकल स्टाॅफ को लगाया जा रहा है. जिसमें क्रीटिकल केयर, कार्डियो, रेसप्रेटरी और महिला रोग, बाल रोग विशेषज्ञ अपनी सेवाएं देगे. संस्था की ओर यात्रा के दौरान बेहतर संपर्क स्थापित करने के लिए 11 सैटेलाइट फोन का उपयोग किया जाएगा.
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पीएम मोदी ने भी की थी तारीफ: प्रधानमंत्री मोदी की केदार यात्रा में आने की पूरी संभावनाएं हैं और 2019 में पीएम मोदी ने सिक्स सिग्मा से केदारनाथ में स्पेशल मुलाकात की थी. सिक्स सिग्मा के साहसी कार्यों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अनेक पुरस्कारों से सम्मानित कर चुके हैं और सिक्स सिग्मा की जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और सिक्किम सरकार के अलावा इंटरनेशनल लेवल पर वियतनाम, भूटान, जापान और नेपाल की सरकारों ने भी सराहना की है.