रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में हर दिन तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. लेकिन यात्रा मार्ग में फैली अव्यवस्थाएं श्रद्धालुओं को परेशान कर रही है. केदार यात्रा के मुख्य पड़ावों में रहने, खाने और पीने जैसी मूलभूत जरूरतों से भी तीर्थयात्रियों को जूझना पड़ रहा है. यात्रा शुरू होने से पहले प्रशासन द्वारा किये गए कई दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं.
बाबा केदार के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में आए-दिन बढ़ोत्तरी हो रही है. लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते यात्रियों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक ओर तीर्थयात्रियों को रहने के लिए होटल उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. वहीं खाने के लिए भी उचित व्यवस्थाएं नहीं मिल रही हैं.
इस बदहाल स्थिति के चलते तीर्थयात्री रात के समय मंदिरों के आगे रात काटने को मजबूर हैं. इसके अलावा केदारनाथ-गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव और बाजार में भारी गंदगी पसरी हुई है. इन मुख्य पड़ावों में सफाई तक के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं दिख रहे हैं. जिसका हर्जाना देश-विदेश से आए तीर्थयात्रियों को भुगतना पड़ रहा है.
गौरीकुंड व्यापारी संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी बताते हैं कि केदारनाथ से लेकर रामबाड़ा तक हर रोज बारिश हो रही है. जिस कारण यहां ठंड काफी बढ़ गई है, लेकिन रास्तों में अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. यात्रा पड़ाव में रेन शेल्टर भी सीमित मात्रा में हैं. उन्होंने बताया कि यात्रा पड़ावों पर खोले गए चिकित्सा केंद्रों से भी यात्रियों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है.
वहीं दूसरी तरफ केदार यात्रा के गुप्तकाशी, फाटा, रामपुर, सोनप्रयाग गौरीकुण्ड जैसे कई पड़ावों में जाम लगने से यात्री परेशान हैं. जबकि प्रशासन ने यात्रा के समय ऑल वेदर रोड का कार्य बंद करने का दावा किया था.
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि यात्रा पड़ावों पर सब मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है. तीर्थयात्रियों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गौरीकुण्ड में रहने की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिस कारण तीर्थयात्रियों को यात्रा पड़ावों के विभिन्न स्थानों पर रोका जा रहा है और उनके लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं.