रुद्रप्रयाग: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जनपद के बेसिक व माध्यमिक के कुल 100 उत्कृष्ट शिक्षकों को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय द्वारा स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर जनपद के विकासखंड जखोली के 32, अगस्त्यमुनि के 50 और ऊखीमठ के 18 शिक्षकों को सम्मानित किया गया.
सम्मान समारोह कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुय शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक देवतुल्य हैं. शिक्षक होना ही स्वयं में सबसे बड़ा सम्मान है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में अधिकांश उच्च पदों पर कार्यरत मंत्री, अधिकारी व अन्य कार्मिकों ने सरकारी विद्यालयों से ही शिक्षा ग्रहण की है.
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उन्होंने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिये प्रयासरत हैं. जिसके चलते बेहतर परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने शिक्षकों को दाई की संज्ञा देते हुए कहा कि शिक्षक की भूमिका दाई की तरह होती है. वे अपने विद्यार्थी के भविष्य से भली-भांति परिचित होते हैं. बताया कि सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई है.