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रुद्रप्रयागः शिक्षक सम्मान समारोह में पहुंचे शिक्षा मंत्री, 100 शिक्षकों को किया सम्मानित - Outstanding Teacher Honor Ceremony News

अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने विकासखंड जखोली के 32, अगस्त्यमुनि के 50 और ऊखीमठ के 18 शिक्षकों को द्वारा स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि न्यूज Outstanding Teacher Honor Ceremony News
उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम
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Published : Dec 22, 2019, 10:03 PM IST

रुद्रप्रयाग: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जनपद के बेसिक व माध्यमिक के कुल 100 उत्कृष्ट शिक्षकों को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय द्वारा स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर जनपद के विकासखंड जखोली के 32, अगस्त्यमुनि के 50 और ऊखीमठ के 18 शिक्षकों को सम्मानित किया गया.

अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

सम्मान समारोह कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुय शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक देवतुल्य हैं. शिक्षक होना ही स्वयं में सबसे बड़ा सम्मान है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में अधिकांश उच्च पदों पर कार्यरत मंत्री, अधिकारी व अन्य कार्मिकों ने सरकारी विद्यालयों से ही शिक्षा ग्रहण की है.

ये भी पढ़ें: सिंगल यूज प्लास्टिक वन्यजीवों के लिए बना खतरा, विभाग ने कार्रवाई के दिए आदेश

उन्होंने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिये प्रयासरत हैं. जिसके चलते बेहतर परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने शिक्षकों को दाई की संज्ञा देते हुए कहा कि शिक्षक की भूमिका दाई की तरह होती है. वे अपने विद्यार्थी के भविष्य से भली-भांति परिचित होते हैं. बताया कि सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई है.

रुद्रप्रयाग: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जनपद के बेसिक व माध्यमिक के कुल 100 उत्कृष्ट शिक्षकों को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय द्वारा स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर जनपद के विकासखंड जखोली के 32, अगस्त्यमुनि के 50 और ऊखीमठ के 18 शिक्षकों को सम्मानित किया गया.

अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

सम्मान समारोह कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुय शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक देवतुल्य हैं. शिक्षक होना ही स्वयं में सबसे बड़ा सम्मान है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में अधिकांश उच्च पदों पर कार्यरत मंत्री, अधिकारी व अन्य कार्मिकों ने सरकारी विद्यालयों से ही शिक्षा ग्रहण की है.

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उन्होंने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिये प्रयासरत हैं. जिसके चलते बेहतर परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने शिक्षकों को दाई की संज्ञा देते हुए कहा कि शिक्षक की भूमिका दाई की तरह होती है. वे अपने विद्यार्थी के भविष्य से भली-भांति परिचित होते हैं. बताया कि सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई है.

Intro:100 उत्कृष्ट शिक्षकों को शिक्षा मंत्री ने किया सम्मानित

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के सेमिनार हॉल में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह

शिक्षक होना ही स्वयं में सबसे बड़ा सम्मान: पांडेय

रुद्रप्रयाग-राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के सेमिनार हॉल में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जनपद के बेसिक व माध्यमिक के कुल 100 उत्कृष्ट शिक्षकों को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय द्वारा स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जनपद के विकासखंड जखोली के 32, अगस्त्यमुनि के 50 व ऊखीमठ के 18 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
Body:सम्मान समारोह कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुय माननीय मंत्री ने कहा कि शिक्षक देवतुल्य है व शिक्षक होना ही स्वयं में सबसे बड़ा सम्मान है। कहा कि वर्तमान में अधिकांश उच्च पदों पर कार्यरत मंत्री, अधिकारी व अन्य कार्मिको ने सरकारी विद्यालयों से ही शिक्षा ग्रहण की है।
बताया कि बोर्ड परीक्षाओं तक शिक्षको को किसी प्रकार का प्रशिक्षण नही दिया जाएगा। सरकार व शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिये प्रयासरत है व बेहतर परिणाम भी सामने आए है। उन्होंने शिक्षको को दाई की संज्ञा देते हुय कहा कि शिक्षक की भूमिका दाई की तरह होती है वे अपने विद्यार्थी के भविष्य से भली भांति परिचित होते है। बताया कि सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई है साथ ही सरकारी स्कूलों में ऐन सी ई आर टी के करिकुलम को लागू किया है जिससे सरकारी स्कूलों में भी प्राइवेट स्कूलों के अनुसार शिक्षा मिले। शिक्षा विभाग की छवि उद्योग विभाग की बन गई थी जिसमें बदलाव आया है। इस अवसर पर दोनों विधायकों ने शिक्षा के उन्न्यन हेतु अपने सुझाव भी दिये। Conclusion:
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