नई दिल्ली: आज के समय में यूपीआई हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. लगभग हर शख्स आज पेमेंट करने के लिए यूपीआई का इस्तेमाल कर रहा है. इनमें से ज्यादातर लोग मोबाइल रिचार्ज और बिल भुगतान जैसी सेवाओं के लिए गूगल पे का इस्तेमाल करते हैं. आज के समय में लोग पेट्रोल-डीजल, मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज, बिल पेमेंट, रेलवे और फ्लाइट टिकट, मूवी टिकट, फास्टैग, गैस बुकिंग, मनी ट्रांसफर और मेट्रो कार्ड रिचार्ज जैसी सुविधाओं का पेमेंट करने लिए यूपीआई का ही इस्तेमाल करते हैं.
ऐसे में बहुत से लोग गूगल ऐप की उन सर्विस के बारे में नहीं जानते हैं, जिनका इस्तेमाल करने पर उन पर कन्वीनियंस फीस लगती है. द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल पे उन यूजर्स से सुविधा शुल्क वसूला है, जो पहले इस सर्विस का मुफ्त उपयोग करते थे. यह शुल्क छोटी खरीदारी करने पर रसोई गैस और बिजली सहित बिलों का भुगतान करने के लिए लिया है."
रिपोर्ट के मुकाबिक गूगल पे ने बिजली का बिल जमा करने के लिए कन्वीनियंस फीस के नाम पर ग्राहक से 15 रुपये वसूले. यूजर ने क्रेडिट कार्ड की मदद लेकर गूगल पे से बिजली के बिल का भुगतान किया था. गूगल पे ने इस वसूली को डेबिट और क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन प्रोसेसिंग फीस बताया. इतना ही नहीं इसमें जीएसटी भी शामिल है.
क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट करने पर प्रोसेसिंग फीस
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि क्रेडिट या डेबिट कार्ड से बिजली और गैस बिल का पेमेंट करने वाले यूजर्स से अब प्रोसेसिंग फीस ली जाएगी. फोनपे और पेटीएम भी बिल भुगतान, रिचार्ज और अन्य सेवाओं के लिए इसी तरह की फीस लेते हैं. यह फीस लेन-देन राशि के 0.5 से 1 प्रतिशत तक हो सकती है. इसमें क्रेडिट और डेबिट कार्ड से पेमेंट करने पर लगाया जाने वाला जीएसटी भी शामिल है.
कब लागू होती है कन्वीनियंस फीस?
बता दें कि कन्वीनियंस फीस तब भी लागू होती है, जब पेमेंट रुपे कार्ड के जरिए किया जाता है. उल्लेखनीय है कि गूगल पे यूजर्स को याद रखना चाहिए कि कुछ बिल पेमेंट कैटेगरी में कार्ड से पेमेंट की अनुमति नहीं है.
जब कोई गूगल पे यूजर क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए बिल का पेमेंट करता है, तो शुल्क कुल बिल राशि में जोड़ दिया जाता है. हालांकि, अगर बिल का पेमेंट UPI सुविधा का इस्तेमाल करके किया जाता है, तो कोई प्रोसेसिंग शुल्क नहीं लगाया जाता.
प्रोसेसिंग फीस की कैलकुलेशन कैसे की जाती है?
कन्वीनियंस फीस बिल राशि सहित कई मानदंडों के आधार पर अलग-अलग होती है. गूगल पे के अनुसार, "बिल पेमेंट के समय सटीक शुल्क प्रदर्शित किया जाएगा. लागत प्रति लेनदेन लगाई जाती है, चाहे आप किसी भी बिल का भुगतान कर रहे हों. गूगल ऐप में भुगतान पूरा करने से पहले हमेशा लेटेस्टशुल्क पेश किया जाता है."
गूगल पे पर कन्वीनियंस फीस या प्रोसेसिंग फीस कैसे चेक करें?
आप गूगल ऐप में अपने लेन-देन हिस्ट्री में लगाई गई कन्वीनियंस फीस को देख सकते हैं. शुल्क राशि बिल भुगतान लेनदेन विवरण के साथ लिस्टेड होती है.अगर आपका बिल भुगतान लेनदेन विफल हो जाता है, तो सुविधा शुल्क बिल भुगतान राशि के साथ एक निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर आपके पेमेंट अकाउंट में वापस कर दिया जाएगा.
समय के साथ सुविधा शुल्क में बदलाव
भविष्य में सुविधा शुल्क में बदलाव हो सकता है. गूगल पे ऐप पर बिल भुगतान करते समय लेटेस्ट प्लेटफ़ॉर्म फीस डिटेल डिस्पले की जाती. आप भुगतान ऐप के भीतर अपने लेन-देन इतिहास में प्रत्येक बिल भुगतान लेनदेन के लिए लगाए गए सुविधा शुल्क का विवरण पा सकते हैं. शुल्क राशि संबंधित बिल भुगतान आदेश के साथ डिस्पले की जाती है.