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रुद्रप्रयाग: कूड़ा बेचकर नगर पालिका ने की 44 हजार की कमाई, वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर धरने पर सफाई कर्मी

अजैविक व जैविक कूड़े को बेचकर नगर पालिका रुद्रप्रयाग (Municipality Rudraprayag ) डबल मुनाफा कमा रही है. नगर पालिका रुद्रप्रयाग ने चालू वित्तीय वर्ष में कूड़ा बेचकर 44 हजार(Municipality Rudraprayag earning 44 thousand by selling garbage) की कमाई की है. वहीं, वेतन बढ़ोत्तरी का लाभ न मिलने से मोहल्ला स्वच्छता समिति के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सातवें दिन भी जारी है.

Municipality Rudraprayag earned 44 thousand by selling garbage
कूड़ा बेचकर नगर पालिका रुद्रप्रयाग ने की 44 हजार की कमाई
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Published : Jul 8, 2022, 5:22 PM IST

Updated : Jul 8, 2022, 5:28 PM IST

रुद्रप्रयाग: नगर पालिका रुद्रप्रयाग अजैविक कूडे़ को बेचकर लाखों की आमदनी कर रही है. साथ ही जैविक कूड़े से खाद तैयार कर इसे भी बेचा रहा है. इससे पालिका को डबल मुनाफा हो रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में अब तक पालिका ने लगभग 44 हजार रुपये का कूड़ा बेच दिया है. पिछले वर्ष कूड़े से पालिका ने साढ़े छः लाख की आमदनी की थी. कूड़े से प्राप्त धनराशि से कार्यालय की जरूरतों के साथ ही विकास कार्य पर खर्च किया जा रहा है.

बता दें नगर पालिका रुद्रप्रयाग में लगभग 20 हजार आबादी निवास करती है. पालिका क्षेत्र को सात वार्डों में बांटा गया है. यहां से हर दिन घरों एवं दुकानों से करीब 6 टन कूड़ा एकत्रित किया जाता है. इस कूड़े में 40 कुंतल जैविक और 20 कुंतल अजैविक कचरा शामिल रहता है. नगर पालिका की ओर से कूड़े को डंप करने के लिए जिला मुख्यालय से पांच किमी दूर रैंतोली में डंपिंग जोन बनाया गया है. जहां जैविक और अजैविक कूड़े की छंटनी कर अजैविक कूड़े को कॉम्पैक्टर मशीन से काम्पेक्ट किया जाता है. इस कार्य के लिए नगर पालिका के पर्यावरण मित्र एवं नगर पालिका के 7 वार्डों में 22 महिला स्वच्छता समिति घर-घर जाकर कूड़ा उठाने का कार्य कर रही हैं. इसमें प्रति परिवार की ओर से 30 रुपये महीने में लिया जाता है.

कूड़ा बेचकर नगर पालिका रुद्रप्रयाग ने की 44 हजार की कमाई

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नगर पालिका लगातार अजैविक कूड़े को एकत्रित कर रिसाइकलिंग के बाद बेच रही है. नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग ने चालू वित्तीय वर्ष में अजैविक कूड़े (गत्ता, प्लास्टिक, कांच, टिन) को सामग्रीवार पृथक-पृथक किया गया. कुल 3.5 टन कूड़े को रिसाइकिलिंग के बाद बिक्री कर दिया गया है. पालिका को अब तक कुल 44 हजार रुपये की आय प्राप्त हुई है. नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुशील कुरील ने बताया अजैविक कूड़े से आमदनी को बढ़ाने के लिए पालिका ने प्लान तैयार किया है. इसके तहत नगर क्षेत्र में कलेक्शन प्वाइंट बनाये जायेंगे. मोहल्ला स्वच्छता समिति को यह कार्य सौंपा जायेगा, जो घरों से अजैविक कूड़ा एकत्रित कर कलेक्शन प्वाइंट में छंटनी करेंगी और फिर से इस कूड़े को कॉम्पैक्टर मशीन से काम्पेक्ट किया जायेगा। इससे नगर पालिका की आय में वृद्धि होगी.

पढ़ें- उत्तराखंड के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना, ऑरेंज अलर्ट जारी

नगर पालिका की अध्यक्ष गीता झिंक्वाण ने कहा मोहल्ला स्वच्छता समिति और सफाई कर्मियों की वजह से पालिका को अजैविक कूड़े से अच्छी आय प्राप्त हो रही है. सफाई कर्मी लोगों के घरों से गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित कर रहे हैं, जिसके बाद इस कूड़े को डंपिंग जोन तक पहुंचाया जाता है. उन्होंने कहा जैविक कूड़े से खाद तैयार की जा रही है. इस खाद को भी बेचा जा रहा है.

धरने पर मोहल्ला स्वच्छता समिति कर्मचारी: वेतन बढोत्तरी का लाभ न मिलने से मोहल्ला स्वच्छता समिति के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सातवें दिन भी जारी रही. हड़ताल के चलते शहर में डोर-टू-डोर कूड़े का कलेक्शन नहीं होने से स्थानीय जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि महामारी की आशंका भी बनी हुई है. पालिका की ओर से हड़ताली कर्मियों को समझाने के प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन सफाई कर्मी मानने को तैयार नही हैं. उनका साफ कहना है कि वे सिर्फ सुबह के समय घरों से कूड़ा एकत्रित करेंगे. इसके अलावा वे कोई भी कार्य नहीं करेंगे, जबकि पालिका सफाई कर्मियों को मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार पांच सौ रूपए प्रतिदिन मेहनताना देकर संविदा कर्मी की भांति आठ घंटें कार्य लेना चाहती है.

पढ़ें- उत्तराखंड में आफत की बारिश, बदरीनाथ हाईवे पर नासूर बना सिरोहबगड़, कई मुख्य सड़कें बंद

मामले में नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंक्वाण ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा तो कर दी, लेकिन शासन से कोई भी बजट पालिका को नहीं दिया है. जिससे नगर पालिका परेशान है. घोषणा सीएम ने की और परेशानी पालिका को उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से घरों से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है और मोहल्लों में गंदगी फैली हुई है.

रुद्रप्रयाग: नगर पालिका रुद्रप्रयाग अजैविक कूडे़ को बेचकर लाखों की आमदनी कर रही है. साथ ही जैविक कूड़े से खाद तैयार कर इसे भी बेचा रहा है. इससे पालिका को डबल मुनाफा हो रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में अब तक पालिका ने लगभग 44 हजार रुपये का कूड़ा बेच दिया है. पिछले वर्ष कूड़े से पालिका ने साढ़े छः लाख की आमदनी की थी. कूड़े से प्राप्त धनराशि से कार्यालय की जरूरतों के साथ ही विकास कार्य पर खर्च किया जा रहा है.

बता दें नगर पालिका रुद्रप्रयाग में लगभग 20 हजार आबादी निवास करती है. पालिका क्षेत्र को सात वार्डों में बांटा गया है. यहां से हर दिन घरों एवं दुकानों से करीब 6 टन कूड़ा एकत्रित किया जाता है. इस कूड़े में 40 कुंतल जैविक और 20 कुंतल अजैविक कचरा शामिल रहता है. नगर पालिका की ओर से कूड़े को डंप करने के लिए जिला मुख्यालय से पांच किमी दूर रैंतोली में डंपिंग जोन बनाया गया है. जहां जैविक और अजैविक कूड़े की छंटनी कर अजैविक कूड़े को कॉम्पैक्टर मशीन से काम्पेक्ट किया जाता है. इस कार्य के लिए नगर पालिका के पर्यावरण मित्र एवं नगर पालिका के 7 वार्डों में 22 महिला स्वच्छता समिति घर-घर जाकर कूड़ा उठाने का कार्य कर रही हैं. इसमें प्रति परिवार की ओर से 30 रुपये महीने में लिया जाता है.

कूड़ा बेचकर नगर पालिका रुद्रप्रयाग ने की 44 हजार की कमाई

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नगर पालिका लगातार अजैविक कूड़े को एकत्रित कर रिसाइकलिंग के बाद बेच रही है. नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग ने चालू वित्तीय वर्ष में अजैविक कूड़े (गत्ता, प्लास्टिक, कांच, टिन) को सामग्रीवार पृथक-पृथक किया गया. कुल 3.5 टन कूड़े को रिसाइकिलिंग के बाद बिक्री कर दिया गया है. पालिका को अब तक कुल 44 हजार रुपये की आय प्राप्त हुई है. नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुशील कुरील ने बताया अजैविक कूड़े से आमदनी को बढ़ाने के लिए पालिका ने प्लान तैयार किया है. इसके तहत नगर क्षेत्र में कलेक्शन प्वाइंट बनाये जायेंगे. मोहल्ला स्वच्छता समिति को यह कार्य सौंपा जायेगा, जो घरों से अजैविक कूड़ा एकत्रित कर कलेक्शन प्वाइंट में छंटनी करेंगी और फिर से इस कूड़े को कॉम्पैक्टर मशीन से काम्पेक्ट किया जायेगा। इससे नगर पालिका की आय में वृद्धि होगी.

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नगर पालिका की अध्यक्ष गीता झिंक्वाण ने कहा मोहल्ला स्वच्छता समिति और सफाई कर्मियों की वजह से पालिका को अजैविक कूड़े से अच्छी आय प्राप्त हो रही है. सफाई कर्मी लोगों के घरों से गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित कर रहे हैं, जिसके बाद इस कूड़े को डंपिंग जोन तक पहुंचाया जाता है. उन्होंने कहा जैविक कूड़े से खाद तैयार की जा रही है. इस खाद को भी बेचा जा रहा है.

धरने पर मोहल्ला स्वच्छता समिति कर्मचारी: वेतन बढोत्तरी का लाभ न मिलने से मोहल्ला स्वच्छता समिति के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सातवें दिन भी जारी रही. हड़ताल के चलते शहर में डोर-टू-डोर कूड़े का कलेक्शन नहीं होने से स्थानीय जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि महामारी की आशंका भी बनी हुई है. पालिका की ओर से हड़ताली कर्मियों को समझाने के प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन सफाई कर्मी मानने को तैयार नही हैं. उनका साफ कहना है कि वे सिर्फ सुबह के समय घरों से कूड़ा एकत्रित करेंगे. इसके अलावा वे कोई भी कार्य नहीं करेंगे, जबकि पालिका सफाई कर्मियों को मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार पांच सौ रूपए प्रतिदिन मेहनताना देकर संविदा कर्मी की भांति आठ घंटें कार्य लेना चाहती है.

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मामले में नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंक्वाण ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा तो कर दी, लेकिन शासन से कोई भी बजट पालिका को नहीं दिया है. जिससे नगर पालिका परेशान है. घोषणा सीएम ने की और परेशानी पालिका को उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से घरों से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है और मोहल्लों में गंदगी फैली हुई है.

Last Updated : Jul 8, 2022, 5:28 PM IST
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