देहरादून: शुक्रवार को हुए वेटलिफ्टिंग के वूमेन 55kg प्रतियोगिता में मणिपुर की दो महिला खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. मणिपुर से गोल्ड और ब्रॉन्ज जीतने वाली दोनों महिला खिलाड़ी गरीब परिवार से है. वहीं इस गेम में सिल्वर बंगाल की शराबानी दास ने जीता. गोल्ड मेडलिस्ट बिंद्यारानी ने नेशनल रिकॉर्ड ब्रेक किया. इन तीनों खिलाड़ियों से ईटीवी भारत संवाददाता धीरज सजवाण ने खास बातचीत की.
38वें राष्ट्रीय खेलों में नॉर्थ ईस्ट के खिलाड़ियों का जलवा देखने को मिल रहा है. खास बात ये है कि मणिपुर के खिलाड़ी जो देश के अन्य राज्यों से भी खेल रहे हैं उनका भी प्रदर्शन बेहतरीन है. शुक्रवार को देहरादून महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के मोनाल हाल में हुए वेट लिफ्टिंग 55 किग्रा वूमेन इवेंट में मणिपुर की स्टार वेइटलिफ्टर एस. बिंद्यारानी देवी ने राष्ट्रीय खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला 55 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता. स्नैच कैटेगरी में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया.
कॉमनवेल्थ खेल की रजत पदक विजेता बिंद्यारानी देवी ने 83 किग्रा में शुरुआती असफलता के बावजूद जबरदस्त वापसी की. उन्होंने स्नैच में 88 किग्रा उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. इसके बाद क्लीन एंड जर्क में 107 किग्रा की सफल शुरुआत की. हालांकि, 112 किग्रा की दूसरी कोशिश नाकाम रही, लेकिन उन्होंने 113 किग्रा उठाकर अपनी श्रेष्ठता साबित की. उनके कुल 201 किग्रा के प्रदर्शन ने उन्हें शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया. यह उनके अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड 202 किग्रा से मात्र 1 किग्रा कम था, लेकिन उनकी उपलब्धि ने उन्हें तीनों राष्ट्रीय रिकॉर्ड (स्नैच, क्लीन एंड जर्क और कुल भार) का स्वामी बना दिया.
अपनी जीत के बाद बिंद्यारानी देवी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा-
मैं अच्छी तरह से तैयार थी और अपने प्रदर्शन से खुश हूं. रिकॉर्ड बनाना हमेशा गर्व की बात होती है. मेरा लक्ष्य 115 किग्रा उठाने का था, लेकिन मेरी 112 किग्रा की दूसरी कोशिश असफल रही, इसलिए मैंने सुरक्षित रूप से 113 किग्रा उठाने का फैसला किया.
मणिपुर को एक और पदक दिलाने वाली एल. नीलम देवी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता. नीलम ने स्नैच में शुरुआती असफलताओं के बाद 81 किग्रा उठाया. फिर क्लीन एंड जर्क में 98 किग्रा और 101 किग्रा पर 104 किग्रा में चूक गईं. नीलम ने भी ईटीवी भारत से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया-
2018 में उनके पिता की मृत्यु हो चुकी थी, जिसके बाद वह और उनकी मम्मी उनके मां के फार्म हाउस पर काम करते हैं. वेट लिफ्टिंग में उनकी मां ने उनका बहुत सहयोग किया है.
मणिपुर से आने वाली दोनों खिलाड़ी बेहद गरीब परिवार से आती हैं. इन खिलाड़ियों ने कहा कई चुनौतियों के बाद इन्होंने अपनी वेट लिफ्टिंग की ट्रेनिंग की है. बेहद सीमित समय में इन लोगों ने अपने मेडल का लक्ष्य तय किया है.
वहीं, इसी मुकाबले में पश्चिम बंगाल की शराबानी दास ने स्नैच में 78 किग्रा और 81 किग्रा उठाया. क्लीन एंड जर्क में 102 किग्रा और 106 किग्रा भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया. बिंद्यारानी देवी की ऐतिहासिक जीत और मणिपुर के दो पदकों की उपलब्धि ने राज्य को वेटलिफ़्टिंग के क्षेत्र में एक बार फिर शीर्ष पर स्थापित किया है. यह मणिपुर के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जैसा है.