ETV Bharat / state

बाहरी राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने की मुहीम, रोज रात 8 बजे थाली बजाकर करेंगे सरकार का विरोध

जन अधिकार मंच का कहना है कि उत्तराखंड सरकार बाहरी राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के प्रति उदासीन है. ऐसे में सरकार युवाओं को वापस नहीं लाती, तबतक हर रोज शाम को आठ बजे थाली बजाकर विरोध दर्ज किया जायेगा.

rpg news
rpg news
author img

By

Published : Apr 28, 2020, 7:20 PM IST

रुद्रप्रयाग: जन अधिकार मंच ने बाहरी प्रदेशों और उत्तराखंड के अलग-अलग जनपदों में फंसे प्रदेशवासियों की वापसी के लिए 'थाली बजाओ' आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है. मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार प्रवासी लोगों को वापस लाने के प्रति उदासीन है. सरकार को जगाने के लिए हमें थाली बजानी है. सरकार युवाओं को वापस नहीं लाती, तबतक हर रोज शाम को आठ बजे थाली बजाकर विरोध दर्ज करना है.

मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड से बाहर फंसे लोगों के साथ ही गांव में रह रहे परिजन थाली बजाकर अपना विरोध दर्ज करें. प्रवासियों से अनुरोध है कि इस मुहिम को आगे बढ़ाएं.

जन अधिकार मंच का सुझाव
सरकार प्रवासी उत्तराखंडियों को वापस लाकर क्वांरटीन कर सकती है. उनका रैपिड टेस्ट भी हो सकता है. रेड जोन से आने वालों को आइसोलेशन में क्वारंटीन तथा ग्रीन जोन वाले प्रवासियों को होम या सामुदायिक भवनों-स्कूलों या पंचायत भवनों में क्वारंटीन किया जा सकता है. जैसा कि अभी होता रहा है.

पढ़े: कांग्रेस को दूसरे राज्यों में फंसे 25 हजार लोगों का दर्द, सरकार पर साधा निशाना

सरकार जनपदवार फंसे हुए लोगों की सूची तैयार करे, ताकि लोगों की संख्या की सही जानकारी मिल सके. जिन राज्यों में लोग फंसे हैं, वहां की सरकार से को-ऑर्डिनेट करते हुए बसों का प्रबंध किया जाय.

रुद्रप्रयाग: जन अधिकार मंच ने बाहरी प्रदेशों और उत्तराखंड के अलग-अलग जनपदों में फंसे प्रदेशवासियों की वापसी के लिए 'थाली बजाओ' आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है. मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार प्रवासी लोगों को वापस लाने के प्रति उदासीन है. सरकार को जगाने के लिए हमें थाली बजानी है. सरकार युवाओं को वापस नहीं लाती, तबतक हर रोज शाम को आठ बजे थाली बजाकर विरोध दर्ज करना है.

मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड से बाहर फंसे लोगों के साथ ही गांव में रह रहे परिजन थाली बजाकर अपना विरोध दर्ज करें. प्रवासियों से अनुरोध है कि इस मुहिम को आगे बढ़ाएं.

जन अधिकार मंच का सुझाव
सरकार प्रवासी उत्तराखंडियों को वापस लाकर क्वांरटीन कर सकती है. उनका रैपिड टेस्ट भी हो सकता है. रेड जोन से आने वालों को आइसोलेशन में क्वारंटीन तथा ग्रीन जोन वाले प्रवासियों को होम या सामुदायिक भवनों-स्कूलों या पंचायत भवनों में क्वारंटीन किया जा सकता है. जैसा कि अभी होता रहा है.

पढ़े: कांग्रेस को दूसरे राज्यों में फंसे 25 हजार लोगों का दर्द, सरकार पर साधा निशाना

सरकार जनपदवार फंसे हुए लोगों की सूची तैयार करे, ताकि लोगों की संख्या की सही जानकारी मिल सके. जिन राज्यों में लोग फंसे हैं, वहां की सरकार से को-ऑर्डिनेट करते हुए बसों का प्रबंध किया जाय.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.