रुद्रप्रयाग: केदारनाथ आपदा के सात साल बाद अलकनंदा-मंदाकिनी संगम स्थल पर प्रोटेक्शन वाल व घाट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. सिंचाई विभाग के तहत तैयार हो रहे 55 लाख के घाट को लेकर मंदाकिनी नदी का डायवर्जन का कार्य भी शुरू किया गया है. जिससे बाद स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को स्नान करने में आ रही दिक्कतें भी दूर होंगी.
गौरतलब है कि स्थानीय जनता की मांग पर प्रशासन ने सिंचाई विभाग के माध्यम से संगम स्थल पर घाट निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा था. जिसके बाद इसी साल शुरूआत में घाट निर्माण के लिए सिंचाई विभाग को 55 लाख का बजट स्वीकृत हुआ. विभाग की तरफ से टेंडर प्रक्रिया समेत कई औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद ठेकेदार ने घाट निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है. जिसके बाद मंदाकिनी नदी का डायवर्जन का कार्य किया जा रहा है. घाट निर्माण होने के बाद संगम स्थली बदली-बदली नजर आएगी. जिसके बाद स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को स्नान करने में आ रही दिक्कतें भी दूर होंगी.
वार्ड के सभासद सुरेंद्र रावत ने बताया कि संगम स्थली पर उनके काफी प्रयास के बाद घाट निर्माण का कार्य शुरू हो सका है. संगम स्थल पर बन रहे घाट निर्माण को लेकर नियमित देखरेख का कार्य किया जा रहा है. जिससे घाट का निर्माण गुणवत्तापूर्णक हो सकें. इसके अलावा सदियों पुरानी नारद शिला को बचाने का भी प्रयास किया जाएगा.
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सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पीएस बिष्ट ने बताया कि मंदाकिनी नदी के तट पर प्रोटेक्शन वाल व घाट निर्माण के लिए 55 लाख रूपए का बजट स्वीकृत है. संगम पर घाट निर्माण को लेकर नदी डायवर्जन का कार्य शुरू हो गया है. नदी के डायवर्जन के बाद शीघ्र घाट की बुनियाद डालकर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.