वाशिंगटन: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने वैश्विक राजनीतिक वामपंथ के 'दोहरे मानदंडों' की तीखी आलोचना की. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली सहित विश्व के नेता अब एक नए वैश्विक रूढ़िवादी आंदोलन को आकार दे रहे हैं.
ट्रंप की जीत के साथ उनकी चिड़चिड़ाहट उन्माद में बदल गई है. मेलोनी ने शनिवार को वीडियो लिंक के माध्यम से वाशिंगटन डीसी में एक कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (सीपीएसी) को संबोधित करते हुए कहा, 'न केवल इसलिए कि रूढ़िवादी जीत रहे हैं, बल्कि इसलिए कि रूढ़िवादी अब वैश्विक स्तर पर सहयोग कर रहे हैं.'
VIDEO | " the left is nervous and with trump's victory, their irritation has turned into hysteria, not only because conservatives are winning, but because conservatives are now collaborating globally. when bill clinton and tony blair created the global leftist liberal network in… pic.twitter.com/uqBmi5bCxp
— Press Trust of India (@PTI_News) February 22, 2025
रूढ़िवादी नेताओं के जीतने से वामपंथी घबराए: मेलोनी
ट्रंप की जीत का समर्थन करते हुए इटली की पीएम ने कहा कि वामपंथी दल रूढ़िवादी दलों के नेताओं के जीतने और वैश्विक स्तर पर सहयोग करने से घबरा गए हैं. मेलोनी ने कहा, 'जब बिल क्लिंटन और टोनी ब्लेयर ने 90 के दशक में वैश्विक वामपंथी उदारवादी नेटवर्क बनाया, तो उन्हें राजनेता कहा गया.
ट्रंप, मोदी के बारे में लोकतंत्र के लिए खतरा कहा जाता है: मेलोनी
आज, जब ट्रंप, मेलोनी, मिल्ले या शायद मोदी बात करते हैं, तो उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा कहा जाता है. यह वामपंथियों का दोहरा मापदंड है, लेकिन हम इसके आदी हो चुके हैं. अच्छी खबर यह है कि लोग अब उनके झूठ पर विश्वास नहीं करते हैं.'
मेलोनी ने कहा वामपंथी टंप, मोदी पर कीचड़ उछालते हैं
मेलोनी ने कहा कि वामपंथी उनपर( ट्रंप, मोदी, मेलोनी) कीचड़ उछालते हैं. बावजूद इसके लोग उनके लिए मतदान करना जारी रखते हैं क्योंकि वे(ट्रंप, मोदी,मेलोनी) स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं. वे अपने राष्ट्रों से प्यार करते हैं. हम सुरक्षित सीमाएं चाहते हैं. हम व्यवसायों और नागरिकों की रक्षा करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हम परिवार और जीवन की रक्षा करते हैं. हम वोकिज्म के खिलाफ लड़ते हैं. हम अपने विश्वास और अपनी मुक्त अभिव्यक्ति के पवित्र अधिकार की रक्षा करते हैं. हम सामान्य ज्ञान के लिए खड़े हैं. इसलिए अंततः, हमारा संघर्ष कठिन है, लेकिन चुनाव सरल है.
मेलोनी ने सुरक्षा उपायों को मजबूत करके यूरोप में स्थायी शांति लाने का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यूरोप में यह जागरूकता बढ़ रही है कि सुरक्षा अब सर्वोच्च प्राथमिकता है. यदि किसी के पास ऐसा करने के लिए साधन या साहस का अभाव है तो स्वतंत्रता की रक्षा नहीं की जा सकती.
उन्होंने आगे कहा,'खुशी स्वतंत्रता पर निर्भर करती है और स्वतंत्रता साहस पर निर्भर करती है. हमने यह साबित कर दिया जब हमने आक्रमणों को रोका, अपनी स्वतंत्रता हासिल की और तानाशाहों को उखाड़ फेंका. इतालवी प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमें आज भी न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए. एक ऐसी शांति जो सभी के योगदान से ही स्थापित हो सकती है.'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व कौशल की प्रशंसा करते हुए मेलोनी ने कहा, 'चार साल पहले हमने जो तबाही अफगानिस्तान में देखी वो ट्रंप के नेतृत्व में फिर कभी नहीं देखनी पड़ेगी. इसलिए, सीमा सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यक है.
अगर आप सुरक्षित नहीं हैं, तो आप स्वतंत्र नहीं हैं और जब स्वतंत्रता खतरे में हो, तो आप केवल यही कर सकते हैं कि उसे समझदार हाथों में सौंप दें.' अपने भाषण में मेलोनी ने सभ्यताओं के पतन को रोकने के लिए खड़े होने का आह्वान किया, ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए दुनिया अधिक मजबूत बन सके.'
मेलोनी ने कहा, 'मैंने बहुत पहले ही अपना निर्णय ले लिया था और मैं इसे सम्मान देने के लिए हर दिन संघर्ष करती हूं. और मैं जानती हूं कि इस लड़ाई में मैं अकेली नहीं हूं आप सभी मेरे साथ खड़े हैं. हम सब एक साथ खड़े हैं और मेरा विश्वास करें, इससे बहुत फर्क पड़ता है.'