रुद्रप्रयाग: पश्चिमी भरदार क्षेत्र में नरभक्षी गुलदार का आतंक बना हुआ था. क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में गुलदार ने दो महिलाओं सहित तीन लोगों को अपना निवाला बना लिया था. वन विभाग ने गुलदार के आतंक से लोगों को निजात दिलाने के लिए शूटर जॉय हुकिल और लखपत सिंह रावत को क्षेत्र में भेजा. शनिवार रात शिकारी जॉय हुकिल ने गुलदार को गोली मारने का दावा किया है. हालांकि, अभी गुलदार का शव बरामद नहीं हुआ है. लेकिन गोली लगने बाद गुलदार के खून के धब्बे और बाल जगह-जगह जरूर मिले हैं.
दरअसल, भरदार क्षेत्र में पिछले एक महीने से आदमखोर गुलदार का आतंक बना हुआ था. क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में गुलदार कई लोगों पर हमले कर चुका था, जिस कारण लोग अपने घरों से निकलने से भी डर रहे थे. बीते एक महीने से शिकारी लखपत रावत और जॉय हुकिल नरभक्षी गुलदार की तलाश में जंगलों की खाक छान रहे थे. बीते शुक्रवार को पपडासू गांव में जब कौशल्या देवी को गुलदार ने अपना निवाला बनाया. इसके बाद शनिवार को गुलदार को मारने के लिए दोनों शूटरों ने मचान बनाई. रात को जब गुलदार उस स्थान पर आया तो उसे गोली मार दी.
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गुलदार गोली लगने के बाद वहां से भाग गया. सुबह जब गुलदार की खोज की गई तो जगह-जगह खून के धब्बे और गुलदार के बाल मिले. लेकिन शव कहीं भी बरामद नहीं हुआ. शूटर जॉय हुकिल ने बताया कि नरभक्षी गुलदार काफी शातिर किस्म का था, जब रात को उस पर टॉर्च लगाई गई तो वो उछल गया, जिस कारण गोली सिर के बजाय शरीर पर लगी. हालांकि अब गुलदार का बचना मुश्किल है. फिलहाल ये खबर भरदार क्षेत्र के लिए राहत भरी है.