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चारधाम में मौत का आंकड़ा पहुंचा 74, केदारनाथ में 4 और यमुनोत्री में एक श्रद्धालु ने तोड़ा दम - केदारनाथ धाम

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में फैला अव्यवस्थाएं श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ रही है. केदारनाथ धाम में भक्तों की मौत का सिससिला रुक नहीं रहा. बुधवार को भी तबीयत खराब होने से चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. वहीं, यमुनोत्री में एक श्रद्धालु की जान गई है.

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श्रद्धालु ने तोड़ा दम
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Published : May 25, 2022, 7:41 PM IST

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हुए तीन हफ्तों से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन स्वास्थ्य समेत अन्य व्यवस्थाएं अभी भी पटरी पर लौटती हुई नहीं दिख रही है, जिसका खामियाजा चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की उठाना पड़ रहा है. बुधवार को केदारनाथ धाम में चार तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. इस चार मौत के बाद केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा 38 हो गया है. वहीं यमुनोत्री में एक श्रद्धालु की मौत हो गई. चारधाम में अभीतक कुल 74 लोगों की मौत हो चुकी है.

इसके अलावा केदारनाथ धाम में तीन यात्रियों की तबियत भी ज्यादा खराब हो गई थी, जिन्हें एयरलिफ्ट कर सीधे ऋषिकेश लाया गया और एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. वहीं धाम में मौजूद 56 यात्रियों को स्वास्थ्य विभाग की तरह से ऑक्सीजन मुहैया कराई गई है. इन सभी यात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी.
पढ़ें- चारधाम यात्रा को लेकर नींद से जागी पुलिस, यात्रा मार्ग को 8 जोन और 28 सेक्टरों में बांटा

केदारनाथ धाम में बुधवार को जिन चार तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, उसमें ऋषि भदौरिया (65) निवासी ग्वालियर मध्य प्रदेश, शंभू दयाल यादव (66) कैंट गुना मध्य प्रदेश, कलाम नाथ भट्ट (60) निवासी उत्तर प्रदेश और चंगदेव जनार्दन शिंदे निवासी कोलापुर सिटी महाराष्ट्र है. स्वास्थ्य विभाग के मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को 1,076 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया गया. इसमें से 773 पुरुष और 303 महिलाएं हैं.

यमुनोत्री धाम: उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम में बुधवार को एक तीर्थयात्री की ह‌ार्ट अटैक से मौत हो गई है. यहां मौत का आंकड़ा 20 हो गया है. जिसमें से दो तीर्थ यात्रियों की मौत चोटिल होने से हुई है. बुधवार को सिद्दे राजन (57) निवासी धर्मपुरी तमिलनाडु की मंदिर परिसर में अचानक तबियत खराब हो गई. प‌रिजन उन्हें उपचार के लिए जानकी चट्टी पीएचसी लाए, जहां चि‌कित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) अभी तक 74 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims death in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 20 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 38 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 12 यात्रियों ने जान गंवाई है. अगर आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा मौके केदारनाथ यात्रा में हुई है. जहां अभी तक 38 तीर्थ यात्रियों की सांसें थम चुकी है.

बता दें कि केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी के बाद काफी ठंड बढ़ गई है. ऐसे में तीर्थयात्रियों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रात के समय तो पारा माइनस तक में चला रहा है. वहीं 11 हजार फीट की ऊचाई पर केदारनाथ धाम में पहुंचने में श्रद्धालुओं की 18 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, जिससे उन्हें सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है. ऐसे में कई बार ज्यादा तबियत खराब होने पर श्रद्धालुओं की मौत हो जाती है. इसीलिए सरकार, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तीर्थयात्रियों को बार-बार अपील की जा रही है कि वे स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद ही केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए है. साथ ही जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करें.
पढ़ें- आस्था! बर्फ से ढके रास्तों से हेमकुंड साहिब पहुंच रहे श्रद्धालु, देखें वीडियो

तीन मरीजों किया गया एयरलिफ्ट: मंगलवार को केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर तीन लोगों की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिन्हें स्थानीय पुलिस की मदद से लिनचोली में स्वामी विवेकानंद चैरिटेबल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें ऋषिकेश में भर्ती कराया गया. मरीजों के परिजनों ने बताया कि मंगलवार को केदारघाटी में अचानक मौसम खराब हो गया, जिसकी वजह से वहां ठंड बढ़ गई है. ऐसे में तीन लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और वे बेहोश होकर गिर गए थे, जिन्हें तत्काल पास से स्वास्थ्य सेंटर में भेजा गया था. वहां से उन्हें एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है.

मुफ्त मेडिकल सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा: केदारनाथ धाम सहित मदमहेश्वर और तुंगनाथ में निरंतर मेडिकल सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूट मेडिकल सर्विस को अब स्थानीय स्तर पर भी मुहैया कराने की मांग हो रही है. सिक्स सिग्मा की बेहतर मेडिकल सेवा को देखते हुए कई लोगों ने उनकी सेवाएं ग्रामीण स्तर पर भी दिलाने की मांग की है. इसके लिए सिक्स सिग्मा को कई लोगों द्वारा पत्र भेजे जा रहे हैं.

चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर से अरविंद भट्ट ने सिक्स सिग्मा को पत्र लिखते हुए कहा कि सम्पूर्ण सनातनी लोगों को बहुत खुशी है कि सिक्स सिग्मा की ओर से ऊंचाई पर स्थित मंदिरों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं. उन्होंने अनुरोध किया कि रुद्रनाथ में भी मेडिकल सुविधा दी जाए. यहां भी हर साल मई से अक्टूबर तक पांच महीने कपाट खुलते हैं. इस बीच कई बार यात्री बिना चिकित्सा के परेशान होते हैं.
पढ़ें- केदारनाथ यात्राः ये लापरवाही कहीं सैकड़ों भक्तों पर न पड़ जाए भारी, VIDEO

वहीं भीरी क्षेत्र के पंचायत सदस्य ने भी भीरी अस्पताल के संचालन का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि केदारनाथ हाईवे पर भीरी में 46 लाख की लागत से निर्मित अस्पताल भवन जनता के काम नहीं आ पा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुध न लिए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया है. केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने भी सिक्स सिग्मा के सीईओ डॉ प्रदीप भारद्वाज को पत्र देकर सिक्स सिग्मा कम्पनी को केदारनाथ विधानसभा के जगोठ, नागपुर, चैपटा, अगस्त्यमुनि, चंद्रनगर, बसुकेदार में अपनी हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सेवा प्रदान करने का आग्रह किया. बता दें कि सिक्स सिग्मा 2013 की आपदा से केदारनाथ धाम, तृतीय केदार तुंगनाथ और द्वितीय केदार मदमहेश्वर में मेडिकल सेवाएं दे रही हैं.

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हुए तीन हफ्तों से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन स्वास्थ्य समेत अन्य व्यवस्थाएं अभी भी पटरी पर लौटती हुई नहीं दिख रही है, जिसका खामियाजा चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की उठाना पड़ रहा है. बुधवार को केदारनाथ धाम में चार तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. इस चार मौत के बाद केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा 38 हो गया है. वहीं यमुनोत्री में एक श्रद्धालु की मौत हो गई. चारधाम में अभीतक कुल 74 लोगों की मौत हो चुकी है.

इसके अलावा केदारनाथ धाम में तीन यात्रियों की तबियत भी ज्यादा खराब हो गई थी, जिन्हें एयरलिफ्ट कर सीधे ऋषिकेश लाया गया और एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. वहीं धाम में मौजूद 56 यात्रियों को स्वास्थ्य विभाग की तरह से ऑक्सीजन मुहैया कराई गई है. इन सभी यात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी.
पढ़ें- चारधाम यात्रा को लेकर नींद से जागी पुलिस, यात्रा मार्ग को 8 जोन और 28 सेक्टरों में बांटा

केदारनाथ धाम में बुधवार को जिन चार तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, उसमें ऋषि भदौरिया (65) निवासी ग्वालियर मध्य प्रदेश, शंभू दयाल यादव (66) कैंट गुना मध्य प्रदेश, कलाम नाथ भट्ट (60) निवासी उत्तर प्रदेश और चंगदेव जनार्दन शिंदे निवासी कोलापुर सिटी महाराष्ट्र है. स्वास्थ्य विभाग के मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को 1,076 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया गया. इसमें से 773 पुरुष और 303 महिलाएं हैं.

यमुनोत्री धाम: उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम में बुधवार को एक तीर्थयात्री की ह‌ार्ट अटैक से मौत हो गई है. यहां मौत का आंकड़ा 20 हो गया है. जिसमें से दो तीर्थ यात्रियों की मौत चोटिल होने से हुई है. बुधवार को सिद्दे राजन (57) निवासी धर्मपुरी तमिलनाडु की मंदिर परिसर में अचानक तबियत खराब हो गई. प‌रिजन उन्हें उपचार के लिए जानकी चट्टी पीएचसी लाए, जहां चि‌कित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) अभी तक 74 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims death in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 20 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 38 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 12 यात्रियों ने जान गंवाई है. अगर आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा मौके केदारनाथ यात्रा में हुई है. जहां अभी तक 38 तीर्थ यात्रियों की सांसें थम चुकी है.

बता दें कि केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी के बाद काफी ठंड बढ़ गई है. ऐसे में तीर्थयात्रियों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रात के समय तो पारा माइनस तक में चला रहा है. वहीं 11 हजार फीट की ऊचाई पर केदारनाथ धाम में पहुंचने में श्रद्धालुओं की 18 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, जिससे उन्हें सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है. ऐसे में कई बार ज्यादा तबियत खराब होने पर श्रद्धालुओं की मौत हो जाती है. इसीलिए सरकार, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तीर्थयात्रियों को बार-बार अपील की जा रही है कि वे स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद ही केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए है. साथ ही जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करें.
पढ़ें- आस्था! बर्फ से ढके रास्तों से हेमकुंड साहिब पहुंच रहे श्रद्धालु, देखें वीडियो

तीन मरीजों किया गया एयरलिफ्ट: मंगलवार को केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर तीन लोगों की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिन्हें स्थानीय पुलिस की मदद से लिनचोली में स्वामी विवेकानंद चैरिटेबल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें ऋषिकेश में भर्ती कराया गया. मरीजों के परिजनों ने बताया कि मंगलवार को केदारघाटी में अचानक मौसम खराब हो गया, जिसकी वजह से वहां ठंड बढ़ गई है. ऐसे में तीन लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और वे बेहोश होकर गिर गए थे, जिन्हें तत्काल पास से स्वास्थ्य सेंटर में भेजा गया था. वहां से उन्हें एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है.

मुफ्त मेडिकल सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा: केदारनाथ धाम सहित मदमहेश्वर और तुंगनाथ में निरंतर मेडिकल सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूट मेडिकल सर्विस को अब स्थानीय स्तर पर भी मुहैया कराने की मांग हो रही है. सिक्स सिग्मा की बेहतर मेडिकल सेवा को देखते हुए कई लोगों ने उनकी सेवाएं ग्रामीण स्तर पर भी दिलाने की मांग की है. इसके लिए सिक्स सिग्मा को कई लोगों द्वारा पत्र भेजे जा रहे हैं.

चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर से अरविंद भट्ट ने सिक्स सिग्मा को पत्र लिखते हुए कहा कि सम्पूर्ण सनातनी लोगों को बहुत खुशी है कि सिक्स सिग्मा की ओर से ऊंचाई पर स्थित मंदिरों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं. उन्होंने अनुरोध किया कि रुद्रनाथ में भी मेडिकल सुविधा दी जाए. यहां भी हर साल मई से अक्टूबर तक पांच महीने कपाट खुलते हैं. इस बीच कई बार यात्री बिना चिकित्सा के परेशान होते हैं.
पढ़ें- केदारनाथ यात्राः ये लापरवाही कहीं सैकड़ों भक्तों पर न पड़ जाए भारी, VIDEO

वहीं भीरी क्षेत्र के पंचायत सदस्य ने भी भीरी अस्पताल के संचालन का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि केदारनाथ हाईवे पर भीरी में 46 लाख की लागत से निर्मित अस्पताल भवन जनता के काम नहीं आ पा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुध न लिए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया है. केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने भी सिक्स सिग्मा के सीईओ डॉ प्रदीप भारद्वाज को पत्र देकर सिक्स सिग्मा कम्पनी को केदारनाथ विधानसभा के जगोठ, नागपुर, चैपटा, अगस्त्यमुनि, चंद्रनगर, बसुकेदार में अपनी हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सेवा प्रदान करने का आग्रह किया. बता दें कि सिक्स सिग्मा 2013 की आपदा से केदारनाथ धाम, तृतीय केदार तुंगनाथ और द्वितीय केदार मदमहेश्वर में मेडिकल सेवाएं दे रही हैं.

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