रुद्रप्रयाग: जनपद के शहीद मानवेंद्र सिंह रावत की स्मृति में उनके निवास स्थान शिवपुरम कॉलोनी नकरौंदा देहरादून में शहीद द्वार के निर्माण के लिए उनके पैतृक गांव के ग्रामीणों ने भी धन्यवाद ज्ञापित किया. देवभूमि स्वराज फाउंडेशन, एक्श आर्मी एसोसिएशन और पैरामेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त प्रयासों से शहीद द्वार का निर्माण किया गया है.
बता दें कि 14 जून 2018 बांदीपुरा क्षेत्र में आतंकियों से लोहा लेते हुए जनपद के कालीमठ घाटी के कविल्ठा गांव निवासी मानवेंद्र सिंह रावत शहीद हो गए थे. शहीद की विधवा श्रीमती विनिता देवी ने बताया कि शहीद को सम्मान मिलने से उनके दिल को थोड़ी सान्त्वना मिली है. शहीद के पिता नरेंद्र सिंह रावत ने भी कहा कि आज उनके दिल को थोड़ी तसल्ली मिली है. उन्होंने कहा कि अब स्थानीय युवा देश की सीमा पर तैनात हर सिपाही के परिवार के प्रति सम्मान का भाव रखने की सीख ले सकेगा.
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उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रम में सहयोग के लिए इन्दर सिंह रमोला, संजय बहुगुणा, शान्ति प्रसाद भट्ट, बीरेन्द्र सिंह, विजय मैठाणी, कर्नल ओपी जोशी, कैप्टन नरेन्द्र सिंह बिष्ट, कैप्टन भगवती प्रसाद भट्ट, सूबेदार महादेव नौटियाल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष गौरव चैधरी, पूर्व कैबिनेट मन्त्री हीरा सिंह बिष्ट, नकरौदा के पूर्व प्रधान बुद्ध देव सेमवाल, जन कल्याण समिति शिवपुरम के सभी सदस्यों तथा उपस्थित मातृ शक्ति सहित सभी उपस्थित सदस्यों का आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया.
शहीद के पिता ने कहा कि अब वे शहीद के पैतृक गांव के युवाओं में शहीद की याद बनाए रखने के लिए स्थानीय इंटर कॉलेज कोटमा का नाम शहीद मानवेंद्र के नाम करने की सरकार की घोषणा पूरी करने के लिए प्रयास करेंगे. शहीद की पत्नी विनिता देवी ने कहा कि जिस दिन सरकार अपना यह वादा निभाएगी वह उसी दिन समझेंगी कि शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई है.