रुद्रप्रयाग: कहते हैं अगर भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा और आस्था हो तो मनुष्य किसी भी कठिनाई को पार कर सकता है. राजस्थान के बीकानेर के एक शिव भक्त ने ऐसा ही कुछ करके दिखाया है. हाथ-पैरों से दिव्यांग होने के बावजूद भी ये तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिए कई किमी का सफर तय कर केदारनाथ धाम पहुंचा. वहीं, अगर कोई दिव्यांग शिव भक्त की मदद भी करना चाहे तो वह मना कर देता है.
राजस्थान बीकानेर निवासी शिव भक्त दोनों हाथों व पैरों से दिव्यांग है. यह व्यक्ति मात्र घुटनों के बल चलता है. इस भक्त के मन में बाबा केदार के दर्शन करने की इच्छा थी और बाबा ने इसकी पुकार सुन भी ली. यह भक्त ऋषिकेश स्थित लक्ष्मणझूला में रहता है और दिव्यांग होने के बावजूद भी पेंटिंग का कार्य करता है. शिवभक्त बताता है कि वह इस साल दूसरी बार केदारनाथ की यात्रा कर रहा है. वह ऋषिकेश से बस के जरिए सिरसी तक आया. वहां से वह हेलीकॉप्टर से केदारनाथ धाम आया. हेलीपैड से पैदल ही मंदिर तक की यात्रा की. भक्त ने बताया कि मैं हेलीकॉप्टर टिकट के रुपए देना चाहता था, लेकिन दिव्यांग होने के कारण हेलीकॉप्टर वालों ने रुपए नहीं लिए. मैं किसी का कुछ भी फ्री में ना खाना चाहता हूं और ना रखना चाहता हूं.
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उन्होंने बताया कि बरसात के समय भी वह केदारनाथ की यात्रा पर आए थे. दोबारा मन में बाबा केदार की यात्रा करने की चाहत हुई और वह फिर आ गए. जब भक्त हेलीकॉप्टर से उतरा तो धाम में पहुंचे कई भक्तों ने दिव्यांग भक्त की मदद भी करनी चाही. लेकिन भक्त ने मदद लेने से इनकार कर दिया. यहां तक कि पिट्ठू ढोने वाले कई लोगों ने भी दिव्यांग भक्त को केदारनाथ मंदिर तक छोड़ने की बात कही. लेकिन दिव्यांग भक्त नहीं माना और हेलीपैड से पैदल ही बाबा केदार के दर्शनों के लिए निकल पड़ा. दिव्यांग की बाबा के प्रति भक्ति को देखकर हर कोई हतप्रभ रह गया.