रुद्रप्रयाग: कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य महकमा, पुलिस महकमा, सफाई कर्मचारियों के साथ ही अन्य कई सरकारी-गैर सरकारी योद्धा युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं. कोरोना से लड़ी जा रही इस जंग में ऐसे योद्धाओं को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है. यहां हम बात कर रहे हैं वाहन चालकों की. जन अधिकार मंच ने कोरोना से लड़ रहे वाहन चालकों को पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट यानी PPE किट उपलब्ध कराने की मांग की है.
जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि बाहर से आए लोगों को घर पहुंचाने के लिए दिन-रात सेवा दे रहे वाहन चालकों को PPE किट दिया जाना बहुत जरूरी है. उन्होंने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि वाहन चालकों के स्वास्थ्य का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रख रही है. इस तरह की लापरवाही भारी भी पड़ सकती है. यह बात अलग है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन्हें ग्लब्स, मास्क और सेनिटाइजर दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से गुजारिश करते हुए कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को घर पहुंचाने का काम कर रहे चालकों को PPF किट हर हाल में दी जाए ताकि उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा हो सके.
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वहीं प्रयाग टैक्सी यूनियन तिलवाड़ा के अध्यक्ष राजेन्द्र डिमरी एवं वासुदेव टैक्सी यूनियन मयाली के अध्यक्ष हरीश पुंडीर ने भी कहा कि वाहन चालकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. सरकार को प्राथमिकता के आधार पर चालकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजामात करने चाहिए. उन्होंने कहा कि वाहन चालक देर रात तक सेवाएं दे रहे हैं, इसलिए प्रशासन की ओर से उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जानी चाहिए. साथ ही मंदाकिनी जीप टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कोहली, टाटा सूमो यूनियन के अध्यक्ष गणेश सेमवाल एवं गुप्तकाशी टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष राय सिंह राणा ने भी यह मांग की.