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पिथौरागढ़ महाविद्यालय में आंदोलन तेज, छात्रों ने रोका कैबिनेट मंत्री-कुलपति का काफिला

लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय को कैंपस बनाये जाने के विरोध में छात्रों ने कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और एसएसजे यूनिवर्सिटी के कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी का काफिला रोकते हुए प्रदर्शन किया.

Pithoragarh News
पिथौरागढ़ महाविद्यालय में आंदोलन तेज
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Published : Dec 28, 2021, 5:58 PM IST

पिथौरागढ़: लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय को कैंपस बनाये जाने के विरोध में छात्रों ने मंगलवार को कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और एसएसजे यूनिवर्सिटी के कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी का काफिला रोकते हुए जोरदार प्रदर्शन किया. दरअसल कुलपति और कैबिनेट मंत्री पिथौरागढ़ महाविद्यालय में आयोजित सेमिनार में शिरकत करने जा रहे थे.

इस दौरान सैकड़ों की तादात में महाविद्यालय के गेट में ही छात्रों ने काफिले को रोकते हुए प्रदर्शन किया. करीब आधे घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद कुलपति और कैबिनेट मंत्री के आश्वासन पर छात्र-छात्राओं ने धरना समाप्त किया.

प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि शासन ने पिथौरागढ़ महाविद्यालय को कैंपस का दर्जा दिया है, जो छात्रों के हित में बिल्कुल नहीं है. छात्रों का कहना है कि पिथौरागढ़ महाविद्यालय में पढ़ने के लिए दूर-दराज से हजारों छात्र आते हैं. लेकिन, कैंपस बनने से सिर्फ मेरिट वाले छात्रों को ही दाखिल मिल पाएगा. जबकि हजारों छात्र शिक्षा से वंचित हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को समर्पित किए 24 पुल, उत्तराखंड में LAC से लगे तीन नए ब्रिज भी शामिल

साथ ही कैंपस बनने से एडमिशन फीस और हॉस्टल फीस में भी वृद्धि हो रही है. ऐसे में गरीब छात्र पढ़ने के लिए कहां जाएंगे. छात्रों ने मांग की है कि पिथौरागढ़ महाविद्यालय को पूर्व की भांति महाविद्यालय ही रहने दिया जाए, साथ ही एक नया कैंपस पिथौरागढ़ में खोला जाए. प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय द्वारा की गई शुल्क वृद्धि को भी शीघ्र वापस लेने की मांग की है. वहीं कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी ने छात्रों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है.

पिथौरागढ़: लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय को कैंपस बनाये जाने के विरोध में छात्रों ने मंगलवार को कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और एसएसजे यूनिवर्सिटी के कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी का काफिला रोकते हुए जोरदार प्रदर्शन किया. दरअसल कुलपति और कैबिनेट मंत्री पिथौरागढ़ महाविद्यालय में आयोजित सेमिनार में शिरकत करने जा रहे थे.

इस दौरान सैकड़ों की तादात में महाविद्यालय के गेट में ही छात्रों ने काफिले को रोकते हुए प्रदर्शन किया. करीब आधे घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद कुलपति और कैबिनेट मंत्री के आश्वासन पर छात्र-छात्राओं ने धरना समाप्त किया.

प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि शासन ने पिथौरागढ़ महाविद्यालय को कैंपस का दर्जा दिया है, जो छात्रों के हित में बिल्कुल नहीं है. छात्रों का कहना है कि पिथौरागढ़ महाविद्यालय में पढ़ने के लिए दूर-दराज से हजारों छात्र आते हैं. लेकिन, कैंपस बनने से सिर्फ मेरिट वाले छात्रों को ही दाखिल मिल पाएगा. जबकि हजारों छात्र शिक्षा से वंचित हो जाएंगे.

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साथ ही कैंपस बनने से एडमिशन फीस और हॉस्टल फीस में भी वृद्धि हो रही है. ऐसे में गरीब छात्र पढ़ने के लिए कहां जाएंगे. छात्रों ने मांग की है कि पिथौरागढ़ महाविद्यालय को पूर्व की भांति महाविद्यालय ही रहने दिया जाए, साथ ही एक नया कैंपस पिथौरागढ़ में खोला जाए. प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय द्वारा की गई शुल्क वृद्धि को भी शीघ्र वापस लेने की मांग की है. वहीं कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी ने छात्रों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है.

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