पिथौरागढ़: बुंगाछीना इलाके में आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार का अंत हो गया है. नैनीताल के शिकारी हरीश धामी ने गुलदार को मार गिराया. लम्बे समय से शिकार की तलाश कर रहे धामी को रिण के करीब गुलदार को मारने में सफलता मिली. इस इलाके में एक महीने में गुलदार ने 3 महिलाओं को मौत की घाट उतारा था, जबकि 2 को गंभीर रूप से घायल किया था. आदमखोर का खात्मा होने से लोगों ने राहत की सांस ली है.
पिथौरागढ़ जिले की देवलथल तहसील के बुंगाछीना इलाके में आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को वन विभाग के शिकारियों ने आखिरकार मार गिराया है. गुलदार के मारे जाने के बाद क्षेत्रवासियों के साथ ही वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है. वन विभाग ने बताया कि पोस्टमॉर्टम में मारी गयी मादा गुलदार के आदमखोर होने की पुष्टि हुई है.मादा गुलदार के एक हाथ का पंजा कटा हुआ था, जिसकी वजह से वह जंगली जानवरों का शिकार करने में असमर्थ थी.
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बता दें कि गुलदार के आतंक से परेशान स्थानीय लोगों ने वन विभाग से गुलदार को जल्द मौत के घाट उतारने की मांग की थी. जिसके बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित करते हुए क्षेत्र में शिकारियों की टीम तैनात कर दी थी. बीती रात शिकारियों ने गुलदार को मार गिराया.