बेरीनाग: विधिक माप विज्ञान विभाग की ओर से साल में एक बार अभियान चला कर व्यापारियों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले तराजू का निरीक्षण किया जाता है. इस अभियान के तहत विभागीय टीम प्रत्येक दुकान पर जा कर तराजू और बांटों का निरीक्षण करती है. इस बार माप विज्ञान विभाग ने तराजुओं के निरीक्षण का कार्य एक निजी कंपनी को ठेके पर दिया है. लेकिन कंपनी के कर्मचारी अपनी कमाई के चक्कर में दुकानों में रखे हुए तराजू को ठीक से नहीं देख रहे हैं.
विधिक माप विज्ञान विभाग के नेतृत्व में ठेकदार के कर्मचारी एक दुकान पर पहुंचे, जहां पर बिना तराजू और बांटों को देखे सीधे अलग-अलग कंपनी का पर्चा काटकर ढुलाई, मरम्मत और मुद्रांकन शुल्क के नाम पर सैकड़ों की पर्ची काटकर थमा दी. व्यापारियों ने बताया कि खराब तराजू होने की बात कहने के बावजूद भी जबरन मुहर लगाकर सही साबित कर दिया गया है.
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व्यापार संघ अध्यक्ष राजेश पंत और व्यापारी नेता दीपक कालाकोटी ने विधिक माप विज्ञान विभाग के कार्यों को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि विभाग की ओर से सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. विभागीय अधिकारी दुकानों में रखे तराजू को देखना तक उचित नहीं समझ रहे हैं. वहीं, उन्होंने विभाग से दुकानों में रखे तराजुओं की जांच दोबारा करने की मांग की है.
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SDM अभय प्रताप सिंह का कहना है कि बिना तराजू को देखे उन पर मुहर लगाकर शुल्क लेना गंभीर मामला है. इसकी जांच कराई जाएगी. मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.