पिथौरागढ़: भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है. भारत-नेपाल को बांटने वाली काली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके मद्देनजर डीएम ने अलर्ट जारी कर दिया है. डीएम आनंद स्वरूप की तरफ से नदी किनारे रह रहे लोगों को तत्काल सूचित कर दिया गया है. नदी किनारे जिन गांवों और भवनों को खतरा हो सकता है, उन्हें तत्काल सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने के आदेश दे दिए गए हैं. साथ ही नदी किनारे और पुलों में आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है. काली नदी का रौद्र रूप देखकर लोगों को 2013 आपदा की यादें ताजा हो गई हैं.
शुक्रवार को पिथौरागढ़ में काली नदी का जल स्तर चेतावनी स्तर 889.00 मीटर से ऊपर 889.60 मीटर के आसपास पहुंच गया. इसे देखते हुए डीएम आनंद स्वरूप ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल अलर्ट रहते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए. डीएम ने तहसील पिथौरागढ़, धारचूला और डीडीहाट के एसडीएम, पुलिस अधीक्षक, तहसीलदारों समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों, बीआरओ, पीडब्ल्यूडी विभागों के अधिकारियों को किसी भी प्रकार की घटना को रोकने के लिए आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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डीएम ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को आपसी समन्यव के साथ किसी भी प्रकार की स्थिति में जन सामान्य को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के निर्देश दिए. डीएम ने अन्य नदी गोरी, राम गंगा के भी जल स्तर बढ़ने की स्थिति में तत्काल इसी प्रकार कार्रवाई करते हुए लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से सूचित करने और सुरक्षात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
नेपाल में बाढ़
वहीं पिथौरागढ़ से नेपाल की ओर बहने वाली काली नदी का जल स्तर बढ़ने से नेपाल के कई इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेपाल में बाढ़ से 60 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 से ज्यादा लोग लापता हैं. बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं.