ETV Bharat / state

पथरी में ऑपरेशन हमेशा जरूरी नहीं! होम्योपैथी दवा से यूरिन के जरिए बाहर आया स्टोन

श्रीनगर में एक महिला पैशाब की थैली में पथरी की समस्या से जुझ रही थी. जिसे संयुक्त अस्पताल श्रीनगर में होम्योपैथी डिपार्टमेंट के डॉक्टर ने दवा के जरिए एक माह के भीतर शरीर के बाहर निकाल दिया.

शरीर से बाहर निकल आया स्टोन
होम्योपैथी का कमाल!
author img

By

Published : Oct 28, 2021, 3:15 PM IST

Updated : Oct 29, 2021, 7:50 AM IST

श्रीनगर: आज की भागदौड़ वाली जीवनशैली में लोगों में स्टोन (पथरी) होना आम बात है. हालांकि, पथरी होने पर मरीजों को कई तकलीफों का सामना करना पड़ता है. साथ ही दर्द की पीड़ा भी सहनी पड़ती है. जिसका इलाज पत्थरी के साइज के हिसाब से ही डॉक्टर तय करते हैं. इससे निजात पाने के लिए अमूमन शरीर के जिस हिस्से में यह पथरी होता है, उसे डॉक्टर ऑपरेट कर निकालते हैं. लेकिन कैसा हो अगर यह पथरी मरीज के शरीर से बिना ऑपरेशन के बाहर निकल जाए. कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया है संयुक्त अस्पताल श्रीनगर के होम्योपैथी डॉक्टर ने.

जी हां, संयुक्त अस्पताल श्रीनगर में होम्योपैथी डिपार्टमेंट ने यह कमाल कर दिखाया है. यहां के डॉक्टर ने मरीज को एक माह तक दवाई सेवन करने को दिया. जिसके बाद मरीज के शरीर से तीन पथरियों यूरिन के जरिए बाहर निकल आयी. अब मरीज चैन की सांस ले रहा है. वहीं, इस घटना के बाद एलोपैथ के जानकार भी हैरान हैं.

दरअसल 58 साल की सुंदरी देवी लंबे समय से पेट दर्द की परेशानी से परेशान थीं. उनके पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द की शिकायत रहती थी. इस दर्द से निजात पाने के लिए सुंदरी देवी संयुक्त अस्पताल के वरिष्ठ होम्योपैथी डॉक्टर शैलेंद्र ममगाई के पास पहुंचीं और अपनी समस्या बताई. ज्यादा देर ना करते हुए डॉक्टर ममगाई ने पहले उनका अल्ट्रासाउंड किया.

होम्योपैथी दवा से यूरिन के जरिए बाहर आया स्टोन.

ये भी पढ़ें: ज्वैलर्स ने घर पर छोड़ा सुसाइड नोट और निकल पड़ा आत्महत्या करने, पुलिस ने ऐसे बचाया

अल्ट्रासाउंड में सुंदरी देवी के पेट मे स्टोन का पता चला. जिसके बाद लक्षण के आधार पर डॉक्टर ममगाई ने उन्हें मदर टिंचर ओर डाई लुसन दवा का कॉकटेल दिया. इस दवाओं का सेवन करने के एक माह से पहले ही महिला के पेशाब की थैली से पथरी यूरिन के जरिए बाहर आ गई. हैरत की बात ये थी कि महिला के ब्लेडर में कुल तीन पथरियां थीं, जो बाहर आ गईं हैं. इन तीनों स्टोन का साइज 4 सेंटीमीटर और दो पथरी 3-3 सेंटीमीटर है.

डॉक्टर शैलेंद्र ममगाई ने कहा होम्योपैथी में लक्षण के आधार पर मरीज का इलाज सुनिश्चित किया जाता है. इस मामले में साफ था कि महिला की पेशाब की थैली में पथरी है. जिसके बाद से उन्हें पेट मे दर्द और पेशाब करने में दिक्कतें आ रहीं थीं. इस आधार पर उन्हें होम्योपैथ की दवाएं दी गईं. परिणाम ये हुआ कि पथरी आराम से ही निकल गयी. उन्होंने भी माना कि ऐसे मामलों में ऑपरेशन की आवश्यकता आती है, लेकिन दवाओं के जरिए भी इलाज संभव है.

वहीं, संयुक्त अस्पताल के वरिष्ठ सजर्न डॉ. लोकेश सलूजा भी इसे चमत्कार जैसा मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस साइज की पथरी इस मामले में दवाई के जरिए निकली है. ऐसे मामलों को अधिकतर सर्जरी ही की जाती है. उन्होंने बताया कि 4 सेंटीमीटर की पथरी ऑपरेशन के जरिये ही निकाली जाती है.

श्रीनगर: आज की भागदौड़ वाली जीवनशैली में लोगों में स्टोन (पथरी) होना आम बात है. हालांकि, पथरी होने पर मरीजों को कई तकलीफों का सामना करना पड़ता है. साथ ही दर्द की पीड़ा भी सहनी पड़ती है. जिसका इलाज पत्थरी के साइज के हिसाब से ही डॉक्टर तय करते हैं. इससे निजात पाने के लिए अमूमन शरीर के जिस हिस्से में यह पथरी होता है, उसे डॉक्टर ऑपरेट कर निकालते हैं. लेकिन कैसा हो अगर यह पथरी मरीज के शरीर से बिना ऑपरेशन के बाहर निकल जाए. कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया है संयुक्त अस्पताल श्रीनगर के होम्योपैथी डॉक्टर ने.

जी हां, संयुक्त अस्पताल श्रीनगर में होम्योपैथी डिपार्टमेंट ने यह कमाल कर दिखाया है. यहां के डॉक्टर ने मरीज को एक माह तक दवाई सेवन करने को दिया. जिसके बाद मरीज के शरीर से तीन पथरियों यूरिन के जरिए बाहर निकल आयी. अब मरीज चैन की सांस ले रहा है. वहीं, इस घटना के बाद एलोपैथ के जानकार भी हैरान हैं.

दरअसल 58 साल की सुंदरी देवी लंबे समय से पेट दर्द की परेशानी से परेशान थीं. उनके पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द की शिकायत रहती थी. इस दर्द से निजात पाने के लिए सुंदरी देवी संयुक्त अस्पताल के वरिष्ठ होम्योपैथी डॉक्टर शैलेंद्र ममगाई के पास पहुंचीं और अपनी समस्या बताई. ज्यादा देर ना करते हुए डॉक्टर ममगाई ने पहले उनका अल्ट्रासाउंड किया.

होम्योपैथी दवा से यूरिन के जरिए बाहर आया स्टोन.

ये भी पढ़ें: ज्वैलर्स ने घर पर छोड़ा सुसाइड नोट और निकल पड़ा आत्महत्या करने, पुलिस ने ऐसे बचाया

अल्ट्रासाउंड में सुंदरी देवी के पेट मे स्टोन का पता चला. जिसके बाद लक्षण के आधार पर डॉक्टर ममगाई ने उन्हें मदर टिंचर ओर डाई लुसन दवा का कॉकटेल दिया. इस दवाओं का सेवन करने के एक माह से पहले ही महिला के पेशाब की थैली से पथरी यूरिन के जरिए बाहर आ गई. हैरत की बात ये थी कि महिला के ब्लेडर में कुल तीन पथरियां थीं, जो बाहर आ गईं हैं. इन तीनों स्टोन का साइज 4 सेंटीमीटर और दो पथरी 3-3 सेंटीमीटर है.

डॉक्टर शैलेंद्र ममगाई ने कहा होम्योपैथी में लक्षण के आधार पर मरीज का इलाज सुनिश्चित किया जाता है. इस मामले में साफ था कि महिला की पेशाब की थैली में पथरी है. जिसके बाद से उन्हें पेट मे दर्द और पेशाब करने में दिक्कतें आ रहीं थीं. इस आधार पर उन्हें होम्योपैथ की दवाएं दी गईं. परिणाम ये हुआ कि पथरी आराम से ही निकल गयी. उन्होंने भी माना कि ऐसे मामलों में ऑपरेशन की आवश्यकता आती है, लेकिन दवाओं के जरिए भी इलाज संभव है.

वहीं, संयुक्त अस्पताल के वरिष्ठ सजर्न डॉ. लोकेश सलूजा भी इसे चमत्कार जैसा मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस साइज की पथरी इस मामले में दवाई के जरिए निकली है. ऐसे मामलों को अधिकतर सर्जरी ही की जाती है. उन्होंने बताया कि 4 सेंटीमीटर की पथरी ऑपरेशन के जरिये ही निकाली जाती है.

Last Updated : Oct 29, 2021, 7:50 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.